Social Issue : किसी भी देश की प्रगति उस की आर्थिक समानता से लगाई जाती है. भारत में एक तरफ अमीरों की संख्या बढ़ रही है तो दूसरी ओर गरीबों की संख्या बढ़ रही है. भारत में 5 साल में अमीरों की संख्या 26 गुना बढ़ गई है. दूसरी तरफ 80 लाख से अधिक परिवारों को मुफ्त भोजन देना पड़ रहा है. नाइट फ्रैंक की रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में 1 करोड़ डौलर से अधिक संपत्ति वालों की संख्या 85,698 पहुंच गई. देश में अब 191 अरबपति हैं. इस से देश में अमीरी और गरीबी की बढ़ती खाई को समझा जा सकता है.
रियल एस्टेट परामर्श कंपनी नाइट फ्रैंक द्वारा जारी ‘द वैल्थ रिपोर्ट-2025’ के अनुसार, एक करोड़ डौलर (लगभग 87 करोड़ रुपए) से अधिक संपत्ति रखने वाले भारतीयों की संख्या 2024 में 85,698 तक पहुंच गई है. यह आंकड़ा पिछले वर्ष की तुलना में 6 फीसदी अधिक है. इस के अलावा भारत में अरबपतियों की संख्या बढ़ कर 191 हो गई है. यह पिछले वर्ष की तुलना में 26 फीसदी अधिक है.
देश में महंगे मकानों, गाड़ियों में चलने वालों की संख्या बढ़ रही है, दूसरी तरफ अभी भी बहुत सारे लोगों के पास रहने के लिए मकान नहीं है. उन को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान देने पड़ रहे हैं. किसानों को 5 सौ रुपए प्रतिमाह किसान सम्मान निधि के मिल रहे हैं. जहां का किसान 5 सौ रुपए प्रतिमाह सम्मान निधि पा कर खुश हो, उस देश की तरक्की को समझा जा सकता है. देश में बढ़ रही आर्थिक असमानता आने वाले दिनों में खतरनाक हो जाएगी.