भारतीय गृहिणियां तरहतरह के पकवान बनाने में माहिर हैं. अचार, चटनी, जैम, मुरब्बा बनाने में तो उन का मुकाबला दुनिया की कोई औरत नहीं कर सकती. तरहतरह के मसालों के उपयोग की जितनी जानकारी हमारे देश की गृहिणियों को होती है, उतनी तो दुनिया के जानेमाने शेफ्स को नहीं होगी. मगर खानपान से जुड़ी ये सारी खूबियां धारण करने के बावजूद हमारी महिलाओं की कहीं कोई तारीफ, कोई पहचान नहीं थी. भला हो सोशल मीडिया का जिस ने गृहिणियों को उन की पाककला दुनिया के सामने लाने का इतना बढ़िया मंच दिया कि आज शहरी गृहिणियां ही नहीं, बल्कि दूरदराज अंचलों की ग्रामीण गृहिणियां भी अपने पकवानों के वीडियो यूट्यूब पर डाल कर न सिर्फ शोहरत कमा रही हैं, अपनी पहचान बना रही हैं, अपनी रैसिपीज को देशदुनिया के कोनेकोने तक पहुंचा रही हैं बल्कि जबरदस्त आर्थिक लाभ भी उठा रही हैं.
आज से 10 वर्षों पहले तक अच्छी रैसिपीज के लिए लोग तरला दलाल या शेफ संजीव की किताबें खरीदते थे. मगर आज सोशल मीडिया प्लेटफौर्म पर ऐसेऐसे शेफ और पाककला के जानकार मौजूद हैं जिन की रैसिपीज आप को उंगलियां तक चाट जाने को मजबूर कर देंगी. आज सोशल मीडिया मंच, जैसे यूट्यूब, इंस्टाग्राम, फेसबुक पर खानपान से संबंधित रील्स हजारों की संख्या में हैं और लाखों लोगों द्वारा बड़े चाव से देखी जाती हैं.
यूट्यूब तो आज दुनिया का सब से ज्यादा देखा जाने वाला प्लेटफौर्म बन चुका है. आज यूट्यूब के पास 2.5 बिलियन यानी 250 करोड़ मासिक यूजर्स हैं. यूट्यूब पर यूजर्स हर रोज करोड़ों घंटे वीडियो देखने में बिताते हैं. इतना ही नहीं, प्लेटफौर्म पर कंटैंट क्रिएटर्स हर मिनट में 500 घंटे के वीडियो कंटैंट अपलोड करते हैं. यूट्यूब पर 5 करोड़ से ज्यादा चैनल हैं. यूट्यूब पर आज हम हर सब्जैक्ट से जुड़े चैनल को देख सकते हैं. YouTube के हिट होने की मुख्य वजह इस के जरिए क्रिएटर्स को होने वाली कमाई है. जो चैनल जितना लोकप्रिय होता है और जितने घंटे वीडियो कंटैंट इस पर देखे जाते हैं, उस चैनल की उतनी ही कमाई होती है. इस का बहुत बड़ा फायदा भारतीय गृहिणियां भी उठा रही हैं.
पापामम्मी किचन, कविता की रसोई, निशा मधुलिका डौटकौम, कनक की रसोई, भावना की रसोई जैसे अनेकानेक चैनल्स आज फेसबुक और यूट्यूब पर हैं, जिन में गृहिणियां अपनी लजीज रैसिपीज शेयर करती हैं. इन रील्स में वे अपनी खास डिश बना कर दिखाती हैं. यह तरीका इतना प्रभावशाली होता है कि कोई भी इन रील्स के जरिए टैस्टी डिश बना सकता है और अपने घरवालों व दोस्तों को खिला कर वाहवाही पा सकता है.
निशा मधुलिका डौटकौम
आप स्वादिष्ठ और आसान व्यंजनों की तलाश में हैं, तो आप को निशा मधुलिका रील्स देखनी चाहिए. निशा पहले एक साधारण हाउसवाइफ थीं, मगर आज 63 वर्ष की निशा मधुलिका सोशल मीडिया पर अपनी स्वादिष्ठ रैसिपीज के लिए प्रसिद्ध हैं. 2011 में शुरू किए गए उन के चैनल पर आज 14 मिलियन से अधिक सब्सक्राइबर हैं. वे अपने पकवानों की रैसिपी शेयर कर के यूट्यूब, इंस्टाग्राम और ब्रैंड डील से खूब कमाई करती हैं. उन की नैट वर्थ आज लगभग 3 मिलियन डौलर यानी लगभग 23 करोड़ रुपए है. उन्होंने अपनी यह पूरी संपति यूट्यूब, इंस्टाग्राम पर कुकिंग वीडियोज बना कर और ब्रैंड डील्स के जरिए बनाई है.
निशा को बचपन से ही कुकिंग का शौक था. शादी के बाद उन्होंने ससुराल वालों को अपनी पाकविद्या से स्तब्ध कर दिया. कुकिंग के प्रति उन का जनून हद से ज्यादा था. खाने में नएनए प्रयोग करना उन्हें बड़ा भाता था. इन प्रयोगों से कोई नई स्वादिष्ठ चीज बन ही जाती थी. निशा ने 50 साल की उम्र में इंटरनैट से सीख कर अपना एक फूड व्लौग शुरू किया.
वर्ष 2011 में, उन्होंने अपने परिवार के प्रोत्साहन पर ”निशा मधुलिका” नामक यूट्यूब चैनल शुरू किया. शुरुआती दौर में उन्हें थोड़ी मुश्किलें आईं, लेकिन धीरेधीरे उन के वीडियो लोगों को पसंद आने लगे. आज इन के चैनल से आप ढेर सारी रैसिपीज बनाना सीख सकते हैं. निशा के पास एक सामान्य भारतीय रैस्तरां की तुलना में अधिक विविधता है. उन में किसी भी साधारण दिखने वाली रैसिपी को उत्कृष्ट कृति में बदलने की क्षमता है और सब से अच्छी बात यह है कि वे आप को यह भी बताती हैं कि आप यह कैसे कर सकते हैं.
शुरुआत में उन के वीडियो को बहुत कम व्यूज मिलते थे. लेकिन निशा ने हार नहीं मानी और लगातार वीडियो बना बना कर डालती रहीं, साथ ही, अपनी रैसिपीज में सुधार भी करती रहीं. आज निशा मधुलिका भारत की सब से लोकप्रिय यूट्यूबरों में से एक हैं. उन्हें कई पुरस्कारों से भी सम्मानित किया जा चुका है.
पापामम्मी किचन
‘पापामम्मी किचन’ के होस्ट, राजस्थान के एक मारवाड़ी समाज के पापा और मम्मी हैं. पापा रोबोटिक्स के विशेषज्ञ हैं और उन्होंने अहम परमाणु रिएक्टर ऐप्लिकेशन पर काम किया है. वहीं, मम्मी ने पौलिटिकल साइंस में मास्टर्स की डिग्री हासिल की है. लंबे कैरियर के बाद उन्होंने अपने शौक यानी खाना बनाने का काम शुरू किया और ‘पापामम्मी किचन’ के नाम से अपना यूट्यूब चैनल लौंच किया.
आज इन के 4 चैनल हैं और डेढ़ मिलियन सब्सक्राइबर हैं. पारंपरिक राजस्थानी थाली का कोई ऐसा व्यंजन नहीं है जो इस चैनल पर न आया हो. ‘पापामम्मी किचन’ पर आसानी से बनने वाली, साधारण और स्वादिष्ठ शाकाहारी रैसिपीज शेयर की जाती हैं. पापा को मिठाइयां बनाना बहुत पसंद है और मम्मी खाना पकाने को एक व्यवस्थित कला के रूप में देखती हैं.
विलेज कुकिंग चैनल
तमिलनाडु के पुडुकोट्टई क्षेत्र के एक छोटे से गांव चिन्ना वीर मंगलम में स्थित एक कुकिंग चैनल ‘विलेज कुकिंग चैनल’ ने 16 मिलियन सब्सक्राइबर बना लिए हैं. इस के सब से ज्यादा देखे जाने वाले वीडियो को 122 मिलियन से ज्यादा बार देखा गया है. यह तमिलनाडु के मेहनती और ऊर्जावान लोगों का एक समूह है, जो अपनी सभी दावतें बहुत उत्साह और हंगामे के साथ तैयार करते हैं. वे एकता में विश्वास करते हैं, परंपरा का पालन करते हैं और पोंगल जैसे त्योहारों को मिलजुल कर भव्य तरीके से मनाते हैं. वर्ष 2018 के बाद से उन की लोकप्रियता बढ़ रही है.
यहां तक कि राहुल गांधी भी जनवरी 2021 में उन से मिलने गए और तब उन्होंने राहुल को मशरूम बिरयानी तैयार करने में मदद की, जिस का बाद में सब ने मिलजुल कर खूब लुत्फ उठाया. ‘विलेज कुकिंग चैनल’ यूट्यूब पर सबसे अच्छे दक्षिण भारतीय कुकिंग चैनलों में से एक है, जो वेज और नौनवेज भारतीय व्यंजन बनाते हैं.
इस चैनल को शुरू करने वाले थे दादा एम पेरिया थाम्बी. आज वी सुब्रमण्यम, वी मुरुगेसन, वी अय्यनार, जी तमिल सेल्वन और टी मुथुमणिकम, गांव के पांच चचेरे भाई, अपने दादा, एम पेरिया थाम्बी और एक कैटरर की मदद से अपने चैनल का प्रबंधन संभालते हैं. दादा एम पेरिया थाम्बी बताते हैं, “मैं ने 25 साल की उम्र में खाना बनाना शुरू किया था और अब 70 साल का हो गया हूं, और मैं ने कभी नहीं सोचा था कि मैं इतना प्रसिद्ध हो जाऊंगा. मैं उन सभी का आभारी हूं जिन्होंने हमारे प्रयासों का समर्थन किया है.”
कबिता की रसोई
कबिता एक गृहिणी हैं जिन्होंने स्वादिष्ठ भारतीय व्यंजन पकाने के अपने जनून को आगे बढ़ाने के लिए अपनी बैंकर की नौकरी छोड़ दी. वे अपने भोजन की सभी तैयारियों के लिए एक सरल और आसान दृष्टिकोण रखते हुए शाकाहारी और मांसाहारी दोनों तरह के व्यंजन बनाती हैं. उन की kabitaskitchen.com नाम से एक वैबसाइट भी है जहां आप ट्यूटोरियल वीडियो के साथ सैकड़ों विभिन्न व्यंजनों को ब्राउज़ कर सकते हैं.
मान लें कि आप सीखना चाहते थे कि प्रैशरकुकर में चिकन कैसे पकाया जाता है या चीज, पोहा कटलेट, तो बस उन के चैनल की सदस्यता ले लें. मशहूर भारतीय हास्य कलाकार, गायक, गीतकार और यूट्यूबर भुवन बाम ने कबिता से पनीर, पोहा, कटलेट बनाना सीखा. वेज और नौनवेज स्नैक्स, पेय और मिठाइयां कैसे बनाई जाती हैं, यह जानने के लिए कबिता के चैनल पर व्यूअर्स की भीड़ लगी रहती है. कबिता दर्शकों की रुचियों पर विचार करती हैं. वे अपने दर्शकों की पसंद को समझती हैं और फिर उसी के आधार पर अपनी आगामी सामग्री की योजना बनाती हैं. कबिता दर्शकों से बातचीत को अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता मानती हैं. अपने चैनल पर आने वाले लोगों की जिज्ञासाओं और सवालों का जवाब देने में उन्हें खूब आनंद आता है.
कुक विद पारुल
पारुल अपने यूट्यूब चैनल पर मुंह में पानी ला देने वाली रैसिपी शेयर करती हैं. यदि आप नियमित सब्जीरोटी बना कर ऊब गए हैं तो यह चैनल आप को बेहतरीन रैसिपीज देता है. यहां आप सस्ती-सरल सामग्री के साथ स्वादिष्ठ व्यंजन बना सकते हैं. पारुल अपने वीडियो के माध्यम से विशेषज्ञ युक्तियां और सलाह भी देती हैं. आप उन के संपूर्ण मैन्यू को देखने के लिए उन की वैबसाइट cookwithparul.com पर जा सकते हैं.
कनक की रसोई
कनक एक उत्साही गृहिणी हैं और यूट्यूब पर सर्वश्रेष्ठ भारतीय फूड व्लौगर्स में से एक हैं. उन्हें उन पारंपरिक व्यंजनों के साथ प्रयोग करना अच्छा लगता है जो उन की मां और दादी ने उन्हें सिखाए हैं. उन के सभी व्यंजन अपनेआप में विशिष्ट स्वाद लिए होते हैं. कनक आज की पीढ़ी की ऐसी गृहिणी हैं जो पश्चिमी स्वाद को भी बखूबी जानती हैं और उन रैसिपीज में भी उन को महारत हासिल है.
उन में स्वाद से समझौता किए बिना मांसाहारी व्यंजनों को वास्तविक शाकाहारी व्यंजनों में बदलने की अद्वितीय क्षमता भी है. वे बुधवार और शनिवार को नए वीडियो पोस्ट करती हैं और उन के चैनल पर भारतीय, कौन्टिनैंटल, थाई, मैक्सिकन, अमेरिकी, चीनी और इतालवी व्यंजनों की अनेक डिशेज होती हैं.
कनक को उत्कृष्ट भोजन तैयार करने के अलावा, आयुर्वेद की भी गहरी समझ है. वे इस ज्ञान का उपयोग अपने प्रत्येक व्यंजन को एक अद्वितीय पोषण देने के लिए करती हैं. कनक अपने खाना पकाने में फलों, सब्जियों, मसालों और जड़ीबूटियों का इस्तेमाल करती हैं जो स्वाद के साथसाथ स्वास्थ्य को भी लाभ पहुंचाते हैं. उन के व्यंजन पौष्टिक और फायदेमंद हैं. वे न सिर्फ सेहत के लिए लाजवाब हैं बल्कि वे आप की खूबसूरती को भी निखारते हैं. उन के यूट्यूब पर 3.3 मिलियन से अधिक फौलोअर्स हैं.
प्रियंका तिवारी
प्रियंका स्वादिष्ठ खाने की शौकीन हैं और अपने स्वाद को बढ़ाने के लिए वे किसी भी हद तक जा सकती हैं. वे विभिन्न क्षेत्रों के विभिन्न प्रकार के स्ट्रीट फूड का आनंद लेने के लिए पूरे भारत की यात्रा करती हैं. वे कम कीमत में उत्कृष्ट स्ट्रीट फूड खोजने के लिए खूब घूमती हैं और उन को सीखती हैं. प्रियंका ने सड़क किनारे के व्यंजनों से ले कर शानदार बुफे तक भोजन की रैसिपीज इकट्ठा की हैं जिन्हें वे अपने चैनल के माध्यम से अपने दर्शकों तक पहुंचाती हैं.
हुमा इन द किचन
अगर आप को यूट्यूब पर खाने की रैसिपी तलाशना पसंद है, तो आप शायद हुमा को जानते होंगे. इस मंच पर कदम रखने के कुछ ही समय बाद उन का चैनल ‘हुमा इन द किचन’ तेजी से प्रसिद्ध हो गया. चाहे आप शाकाहारी हों, मांसाहारी हों, स्वास्थ्य के प्रति जागरूक हों, या मीठा खाने के शौकीन हों, हुमा के वीडियो हर किसी को पसंद आते हैं.
उन की प्लेलिस्ट में आप खाद्य व्यंजनों की विभिन्न श्रेणियों को देख कर आश्चर्यचकित रह जाएंगे. उन के वीडियोज ‘पनीर परांठा’, ‘डालगोना कौफी’, ‘चिकन परांठा रोल’ और ‘प्रैशरकुकर में चौकलेट केक’ को लाखों बार देखा गया है. हुमा के चैनल पर 2 मिलियन से अधिक सब्सक्राइबर हैं और उन की संख्या लगातार बढ़ रही है. हुमा जानती हैं कि प्रेजेंटेशन खाना पकाने के जितना ही महत्त्वपूर्ण है और उन की सभी रचनाएं एक पेशेवर शेफ की रैसिपी की तरह लगती हैं.