Bollywood February 2nd Week 2024 Box Office Collection : फरवरी माह के दूसरे सप्ताह यानी कि 9 फरवरी को शाहिद कपूर और कृति सैनन की फिल्म ‘तेरी बातों में उलझा जिया’ के प्रदर्शन से पहले इस फिल्म को ले कर लोगों में उत्सुकता थी क्योंकि यह एक इंसान और एक रोबोट की प्रेम कहानी है. मगर 90 करोड़ रुपए की लागत में बनी यह फिल्म पहले सप्ताह में बौक्सऔफिस पर धराशाई हो गई. यह तो अपनी आधी लगात भी नहीं एकत्र कर सकी. पूरे सप्ताह में यह फिल्म बौक्सऔफिस पर बामुश्किल 40 करोड़ रुपए ही एकत्र कर सकी जबकि निर्माता ने सोमवार से गुरुवार 4 दिनों के लिए एक टिकट खरीदने पर एक टिकट मुफ्त का औफर भी रखा था.

जी हां, पहले 3 दिन इस फिल्म ने सिर्फ 26 करोड़ रुपए ही जुटाए थे. तब फिल्म के निर्माता ने सोमवार से एक टिकट खरीदने पर एक टिकट मुफ्त का औफर दे दिया. बुधवार के दिन इस औफर के साथ ही वैलेंटाइन डे था. फिर भी पूरे सप्ताह में यह फिल्म 40 करोड़ रुपए ही एकत्र कर सकी. इस में से निर्माता के हाथ में जो रकम जाएगी, उस में निर्माता क्या करेंगे, यह तो वही जानें.

अमित जोशी व आराधना शाह निर्देशित फिल्म ‘तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया’ को बरबाद करने में फिल्म से जुड़े हर इंसान ने अपना योगदान दिया. बतौर लेखक व निर्देशक अमित जोशी व आराधना शाह ने अपने काम को ईमानदारी से नहीं निभाया. एक रोबोट साइंटिस्ट और कंप्यूटर प्रोग्रामर सच जानते हुए भी रोबोट संग प्यार व रोमांस कैसे कर सकता है? चलिए यहां तक भी ठीक था. रोबोट साइंटिस्ट एक महिला रोबोट संग सैक्स भी करता है और उस के साथ विवाह करने के लिए हर किसी से झूठ बोलने व लड़ने के लिए भी तैयार है. इस तरह की कहानी पर कोई कैसे यकीन कर सकता है? मजेदार बात यह कि फिल्म में शाहिद कपूर रोबोट संग सैक्स संबंध बनाता है पर उसे एहसास ही नहीं होता कि वह जिस के साथ हम बिस्तर हो रहा है वह लड़की नहीं है. उस के अंदर कोई इमोशन नहीं है. वह तो एक गुड़िया है, जो उस में भरे गए प्रोग्राम के अनुसार काम करती है.

आखिर फिल्मकारों ने दर्शकों को इतना मूर्ख कैसे समझ लिया है? तो वहीं फिल्म में आर्यन का किरदार निभाने वाले अभिनेता शाहिद कपूर भी कम दोषी नहीं है. वह इस फिल्म में कबीर सिंह ही नजर आता है. वह अपनी अदाकारी से निराश करता है. ऐसे अभिनयहीन कलाकार को प्रति फिल्म 40 करोड़ रुपए दे कर निर्माता कम गलती नहीं कर रहे? रोबोट बनी कृति सैनन को 10 साल हो गए फिल्म इंडस्ट्री में, पर अभिनय वह सीख ही नहीं पाई. इस के बाद बची कसर फिल्म की प्रचार टीम व मार्केटिंग टीम ने पूरी कर दी. फिल्म की कहानी इंसान व रोबोट की प्रेम कहानी है, इस पर मीडिया संग विस्तार से बात कर फिल्म को दर्शकों तक पहुंचाने के बजाय पीआर टीम के कहने पर देश के कुछ शहरों में शाहिद कपूर व कृति सैनन घूमते व डांस करते रहे. शायद यह सभी जानते थे कि इन लोगों ने एक अविश्वसनीय फिल्म बनाई है.

जिस के संग दर्शक नहीं जुड़ सकता. इसलिए भी ये मीडिया से दूर रहे होंगे. पर इस तरह के फिल्मकारों व कलाकारों के कारण सिनेमा डूब रहा है. मल्टीप्लैक्स डूब रहे हैं. 2023 में भी सिनेमा ने कोई कमाई नहीं की थी. 2024 में 6 सप्ताह के दौरान प्रदर्शित फिल्मों ने निर्माताओं व सिनेमाघर मालिकों का ऐसा बंटाधार किया है कि चर्चाएं हैं कि 2024 के अंत तक आधे मल्टीप्लैक्स बंद हो जाएंगे. शाहिद कपूर अपने अहं में ही डूबे हुए हैं. शायद उन्हें कोई सही सलाह नहीं दे रहा. सभी जानते हैं कि उन की 2 फिल्में एक सप्ताह की शूटिंग के बाद बंद कर दी गईं. पर शाहिद कपूर अपने ही रंगढंग में चल रहे हैं. ‘तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया’ की बौक्सऔफिस पर जो दुर्गति हुई है उस का सब से बड़ा खमियाजा शाहिद कपूर को ही भुगतना पड़ेगा.

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