आईने के सामने की सतह जितनी साफ और चमकदार नजर आती है, उस के पीछे का हिस्सा उतना ही बदरंग, काला और खुरदरा होता है. आर्टिफिशियल इंटैलिजैंस स्टार्टअप माइंडफुल एआई लैब की को-फाउंडर और सीईओ सूचना सेठ की जिंदगी भी उसी आईने की तरह थी, आगे से चमकदार और पीछे भयावह कालिमा समेटे हुए.

सूचना सेठ इस कदर तनाव, घृणा, जलन, सबक सिखाने और बदला लेने की भावना से भरी हुई थी कि अपने 4 साल के मासूम बेटे को अपने हाथों से कत्ल करते समय उस के हाथ नहीं कांपे. अपने बेटे के कत्ल की साजिश रचते हुए उस के भीतर की मां ने उसे एक बार भी नहीं झकझोरा.

क्या एक उच्च दर्जे की पढ़ीलिखी औरत, जो समाज को नेतृत्व देने की क्षमता रखती है, बदले की भावना में इतनी अंधी हो सकती है कि ह्त्या जैसा जघन्य कृत्य कर जाए, वह भी अपने ही बच्चे की ह्त्या!

39 साल की सूचना सेठ 6 जनवरी को गोवा के सोल बनयान ग्रांडे होटल में अपने 4 साल के बेटे के साथ आई थी. 8 जनवरी को जब उस ने होटल से चैकआउट किया तब उस का बेटा उस के साथ नहीं था. होटल स्टाफ ने बेटे के बारे में पूछा तो सूचना सेठ ने कहा कि वह गोवा के फातोर्डा में एक रिश्तेदार के घर पर है. उस ने रिसैप्शनिस्ट से कहा कि वह उस के बेंगलुरु जाने के लिए कोई टैक्सी बुक करवा दे.

रिसैप्शनिस्ट ने कहा कि टैक्सी एक्सपैंसिव पड़ेगी, आप फ्लाइट ले कर चली जाइए, वह सस्ती होगी. मगर सूचना सेठ ने बाईरोड जाने पर ही जोर दिया तो उस के लिए एक कैब बुक करा दी गई. सूचना अपना सामान ले कर निकली. उधर हाउसकीपिंग स्टाफ जब उस का छोड़ा गया रूम साफ करने पहुंचा तो उस को वहां खून के धब्बे मिले. स्टाफ ने इस की सूचना होटल के मालिक को दी और मालिक ने तुरंत पुलिस को इन्फौर्म के दिया.

पुलिस ने तुरंत उस कैब ड्राइवर को फोन लगाया और कोंकणी भाषा में बात करते हुए उस से कहा कि जिस मैडम को वह ले कर जा रहा है उस को बताए बिना वह कैब को कर्नाटक के चित्रदुर्ग पुलिस स्टेशन ले जाए. ड्राइवर ने पुलिस के इंस्ट्रक्शन के अनुसार गाड़ी पुलिस स्टेशन पर ला कर खड़ी कर दी, जहां सूचना सेठ को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. सूचना सेठ के सामान की तलाशी लेने पर उस के बच्चे की लाश पुलिस को उस के एक बैग में मिली.

सूचना सेठ ने अपने बच्चे की हत्या क्यों की? इस सवाल के जवाब में जो कहानी निकल कर आई वह एक ऐसी औरत को सामने लाती है जो एक तरफ बहुत पढ़ीलिखी, मेहनती, सैल्फमेड, नेतृत्व क्षमता से भरपूर, उद्योग जगत की अति महत्त्वाकांक्षी और समाज में अपनी हैसियत रखने वाली निर्भीक औरत है तो वहीं दूसरी तरफ वह सामाजिक और पारिवारिक चक्रव्यूह में फंसी, टूटन, तनाव, गुस्से, अपमान, नफरत, झगड़े, कानूनी पचड़े में घिरी औरत, जिस के अंदर अपने पति से बदला लेने का लावा उबाल मार रहा था जिस के चलते उस ने अपने बेटे को मौत की नींद सुला दिया.

हत्या की वजह जानने से पहले सूचना सेठ की शैक्षिक योग्यताओं पर एक नजर डालते हैं. सूचना सेठ एक एथिक एक्सपर्ट (नैतिकता विशेषज्ञ) और डेटा वैज्ञानिक है, जिस के पास डेटा विज्ञान टीमों को सलाह देने और स्टार्टअप व उद्योग अनुसंधान प्रयोगशालाओं में मशीन लर्निंग समाधानों को स्केल करने का 12 वर्षों से अधिक का अनुभव है. वह एआई एथिक्स सूची में 100 प्रतिभाशाली महिलाओं में से एक है. वह डेटा एंड सोसाइटी में मोजिला फैलो, हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के बर्कमैन क्लेन सैंटर में फैलो और रमन रिसर्च इंस्टिट्यूट में रिसर्च फैलो रही है और उस के पास प्राकृतिक भाषा (नेचुरल लैंग्वेज) प्रसंस्करण में पेटेंट भी है. ऐसी प्रतिभाशाली लड़की की शादी वर्ष 2010 में वेंकटरमन से हुई जो एक एआई डैवलपर है.

शादी के बाद दोनों में वैसी ही नोकझोंक चलती रही जैसी आमतौर पर भारतीय घरों में होती है. शादी के 9 साल बाद वर्ष 2019 में सूचना ने एक बेटे को जन्म दिया. मगर बेटे के जन्म के बाद से पतिपत्नी में झगड़े काफी बढ़ गए. 2020 से सूचना और उस के पति के वेंकटरमन के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों ने तलाक ले लिया.

कोर्ट ने बच्चे की कस्टडी सूचना सेठ को दी और आदेश दिया था कि वेंकटरमन अपने बच्चे से हर रविवार को मिल सकता है. मगर सूचना अपने पति वेंकटरमन से इतनी नफरत करने लगी थी कि वह नहीं चाहती थी कि वह अपने बेटे से मिलने आए और उस की नजरों के सामने पड़े. इस नफरत ने उस की बुद्धि कुंद कर दी और वह एक ऐसे जघन्य अपराध की तरफ बढ़ गई जिस को सुन कर एकदम मुंह से यही निकलता है- यह कैसी मां?

न रहेगा बांस, न बजेगी बांसुरी कहावत को चरितार्थ करते हुए सूचना सेठ ने बच्चे को ही खत्म करने का भयावह प्लान बना डाला. उस ने अपने बेटे को गोवा घुमाने का प्रलोभन दिया. 4 वर्ष का मासूम बालक घूमने की बात सुन कर आह्लादित हो उठा. सूचना बेटे को साथ ले कर गोवा गई और वहां होटल के कमरे में उस का कत्ल कर के लाश ठिकाने लगाने के उद्देश्य से बैग में भर कर टैक्सी से बेंगलुरु के लिए रवाना हो गई. यह तो होटल स्टाफ की तेजतर्रारी काम आ गई और सूचना को बीच राह में ही पुलिस ने लाश के साथ दबोच लिया.

यह आपराधिक घटना भारतीय समाज में विवाह संस्था में भर चुकी सड़ांध, मनुष्य के नैतिक पतन, मानवीय गुणों और सहनशीलता के ह्रास और महत्त्वाकांक्षाओं के टकराव को उजागर करती है. ऐसी तमाम कहानियां भारतीय समाज में बहुत तेजी से बढ़ रही हैं जहां मांबाप के बीच चल रहे झगड़े का खमियाजा उन के मासूम बच्चों को उठाना पड़ रहा है. मांबाप की रोजरोज की लड़ाइयों का ही असर है कि उन के बच्चे उग्र स्वभाव के और आपराधिक गतिविधियों में लिप्त हो जाते हैं. घर के सदस्यों के बीच तनाव बच्चों को शराब और ड्रग्स की तरफ धकेल रहा है.

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