100 से ज्यादा फिल्मों में काम कर चुके नसीरुद्दीन शाह को कौन नहीं जानता. आज नसीरुद्दीन अपना 68वां जन्मदिन मना रहे हैं. 1980 से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत करने वाले नसीर की एक्टिंग का तो हर कोई मुरीद है. फिल्म इंडस्ट्री में उनके योगदान के लिए उन्हें भारत रत्न, पद्म श्री और पद्म भूषण से नवाजा जा चुका है.

नसीरुद्दीन शाह ने 14 साल की उम्र में ही अभिनय करना शुरू कर दिया था. वहीं सबसे पहले उन्होंने शेक्सपियर के नाटक में एक्टिंग की थी.

नसीरुद्दीन ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत फिल्म ‘निशांत’ से की. यह एक आर्ट फिल्म थी जिसमें नसीरुद्दीन शाह के साथ स्मिता पाटिल और शबाना आजमी जैसी बड़ी अभिनेत्रियों ने काम किया.

यह फिल्म कमाई के हिसाब से तो पीछे रही पर फिल्म में नसीरुद्दीन शाह के अभिनय की सबने सराहना की. इसके बाद नसीरुद्दीन शाह ने आक्रोश, स्पर्श, मिर्च मसाला, अलबर्ट पिंटों को गुस्सा क्यों आता है, मंडी, मोहन जोशी हाज़िर हों, अर्द्ध सत्य, कथा आदि कई आर्ट फिल्में कीं.

आर्ट फिल्मों के साथ वह कॉमर्शियल फिल्मों में भी सक्रिय रहें. मासूम, कर्मा, इजाजत, जलवा, हीरो हीरालाल, गुलामी, त्रिदेव, विश्वात्मा, मोहरा, सरफ़रोश जैसी कॉमर्शियल फिल्में कर उन्होंने साबित कर दिया कि वह सिर्फ आर्ट ही नहीं कॉमर्शियल फिल्में भी कर सकते हैं.

नसीरुद्दीन का नाम उन एक्टर्स की लिस्ट में शुमार है जिन्होंने एक्टिंग की परिभाषा को ही बदल दिया. वो दिखने में आम हैं लेकिन उनकी एक्टिंग के सामने बड़े से बड़ा एक्टर भी फेल हो जाता है.

उनकी कुछ खास फिल्मों को जरूर देखें.

ए वेडनेसडे (2008)

एक नए कांसेप्ट के साथ ये बेहद रोचक और कसी हुई फिल्म है. जिसे नीरज कुमार ने निर्देशित किया. इस फिल्म में नसीरुद्दीन शाह के कॉमन मैन के रोल को इस तरह जीवंत किया कि वो बरसों तक याद किया जाएगा.

सरफरोश (1999)

आमिर खान और नसीरुद्दीन शाह अभिनीत इस फिल्म को दर्शकों ने खूब पसंद किया. इसके डॉयलाग और मौसिकी को खास तौर पर याद किया जाएगा. इस फिल्म का यह सीन दर्शकों के जहन में घर कर गया.

जाने भी दो यारों (1983)

नसीरुद्दीन शाह के करियर के शुरुआती दिनों की यह फिल्म है. इस फिल्म ने सभी को हंसी से लोट-पोट कर दिया. साथ ही बॉलीवुड को एक नायाब कलाकार दिया. नसीरुद्दीन शाह ने करियर की शुरुआत में कला फिल्मों की ओर ज्यादा ध्यान दिया. लेकिन यह कॉमेडी फिल्म मील का पत्थर साबित हुई.

मासूम (1983)

नसीरुद्दीन शाह की ये फिल्म भावनाओं के समुंदर में आपको लेकर जाता है. फिल्म में कहानी है एक ऐसे शादीशुदा शख्स की जिसकी जिंदगी पूरी तरह से बदल जाती है जब किसी और महिला से उसे एक बच्चा हो जाता है.

स्पर्श (1980)

इस फिल्म में नसीरुद्दीन शाह ने एक अंधे स्कूल प्रिंसिपल का किरदार निभाया था. सालों पुरानी फिल्म आज भी लोगों के दिल पर राज करती है.

और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...