दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया जिनके पास शिक्षा  और आबकारी विभाग हैं आजकल भारतीय जनता पार्टी के निशाने पर है. यह बात उतनी सच है जितना सूरज और तारे.

जी हां! सीबीआई जांच के साथ ही जिस तरह उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को भारतीय जनता पार्टी के विभिन्न बड़े नेताओं द्वारा निरंतर निशाना बनाया जा रहा है उससे सिद्ध हो जाता है कि भाजपा की मंशा क्या है अगर भाजपा निष्पक्ष है और सीबीआई की कार्रवाई नहीं करवा रही है तो उसे मौन रहना चाहिए था. मगर कहते हैं ना “चोर की दाढ़ी में तिनका”. सीबीआई जांच कर रही है और भाजपा के सारे नेता आक्रमक हो गए है इसका सीधा सा संदेश देश की जनता में यही जा रहा है कि जिस तरह कौरवों ने चक्रव्यूह बना करके अभिमन्यु को मार डाला था आज की भाजपा भी “आप पार्टी” के खिलाफ एक चक्रव्यूह बुन रही है. भाजपा चाहती है कि अरविंद केजरीवाल की राजनीतिक पार्टी आप हाशिए पर चले जाए उसकी छवि देशभर में खराब हो जाए.

देश और दुनिया का एक सबसे निष्पक्ष कहे जाने वाला मीडिया संस्थान बीबीसी है. इसमें जब मनीष सिसोदिया के सीबीआई जांच का रिपोर्टिंग प्रसारित की गई तो आश्चर्यजनक तरीके से मनीष सिसोदिया के पक्ष में कमैंट्स देखे जा सकते हैं जिसमें लोगों ने उनका साथ दिया है और भाजपा को लताड़ा है इस समाचार बुलिटिन में कमेंट के रूप में बहुत सारे लोगों ने मनीष सिसोदिया को इमानदार और एक काम करने वाला राजनेता माना है और भाजपा की कटु निंदा की गई है. यह एक उदाहरण है जिसके माध्यम से आप पार्टी पर कसा जाने वाला सीबीआई का शिकंजा उसकी तथा कथा उजागर हो गई है.

न्यूयॉर्क टाइम्स में हो गई प्रशंसा

एक आश्चर्यजनक घटना घटित हुई. दुनिया के नामचीन मीडिया संस्थानों में एक न्युयॉर्क टाइम्स में दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था की भूरी भूरी प्रशंसा की गई है यही नहीं यह भी सच है कि देश भर में आज दिल्ली की स्कूलों शिक्षा व्यवस्था और चिकित्सा व्यवस्था पर जोरदार चर्चा चल रही है. जिससे भारतीय जनता पार्टी चिंतित दिखाई देती है यही कारण है कि सीबीआई जांच और प्रवर्तन निदेशालय की जांच संभवत शुरू हो गई है. मगर यह सब “सांच को आंच क्या” कहावत को बदल नहीं सकते.

इधर,अमेरिकी अखबार ‘न्यूयार्क टाइम्स’ ने दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था पर अपनी स्टोरी को ‘निष्पक्ष और जमीनी रिपोर्टिंग’ पर आधारित बताते हुए ‘पेड न्यूज’ के आरोपों को  को खारिज कर दिया है. केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो  द्वारा दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के आवास पर छापेमारी के बाद अखबार के आलेख को लेकर “भाजपा और आप” के बीच वाकयुद्ध शुरू हो गया था. आप नीत सरकार की आबकारी नीति को तैयार करने और  कथित अनियमितताओं को लेकर सीबीआइ ने यह कार्रवाई की. मनीषसिसोदिया के पास शिक्षा और आबकारी विभाग की भी जिम्मेदारी है आप ने कहा कि जब ‘न्यूयार्क टाइम्स’ ने शिक्षा के दिल्ली माडल पर सकारात्मक खबर छापी तो नरेंद्र मोदी नीत केंद्र सरकार ने सीबीआइ को सिसोदिया के घर भेज दिया, वहीं भाजपा ने खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे की तर्ज पर कहा – यह एक ‘पेड’ आलेख है. बिना सबूतों और जांच के आप यह कैसे कह सकते हैं कि यह पेड न्यूज़ है?

‘न्यूयार्क टाइम्स’ की बाह्य संचार निदेशक निकोल टायलर ने एक ई मेल में लिखा- ‘दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था में सुधार के प्रयासों के बारे में हमारी रिपोर्ट निष्पक्ष, जमीनी रिपोर्टिंग पर आधारित है.’

इसके साथ यह भी नहीं भूलना चाहिए कि दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था की चर्चा देशभर के गली कूचे में हो रही है और जैसा कि हम जानते हैं सच को छुपाया नहीं जा सकता वह धीरे-धीरे लोगों तक पहुंच ही जाता है ऐसा ही कुछ दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था के साथ भी हो रहा है, और केंद्र में बैठी भाजपा सरकार जिस तरह आप पार्टी के नेताओं को प्रताड़ित कर रही है उससे देशभर में आप के नेताओं को समर्थन मिल रहा है संवेदनाएं मिल रहे हैं जो नरेंद्र दामोदरदास मोदी सरकार के लिए एक खतरे की घंटी कही जा सकती है.

सीबीआई क्या बोली!

केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो की

प्राथमिकी में कहा गया है कि मनोरंजन और इवेंट मैनेजमेंट कंपनी ‘ओनली मच लाउडर’ के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) विजय नायर, पनड रिकार्ड के पूर्व कर्मचारी मनोज राय, ब्रिडको स्पिरिट्स के मालिक अमनदीप ढल और इंडोस्पिरिट्स के मालिक समीर महेंद्र अनियमितताओं में शामिल थे.

गुड़गांव में बडी रिटेल प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक अमित अरोड़ा, दिनेश अरोड़ा और अर्जुन पांडे, सिसोदिया के ‘करीबी सहयोगी’ हैं और आरोपी लोक सेवकों के लिए ‘शराब लाइसेंसधारियों से एकत्र किए गए अनुचित आर्थिक लाभ

के प्रबंधन और स्थानांतरण करने में सक्रिय रूप से शामिल थे.’ दिनेश अरोड़ा द्वारा प्रबंधित राधा इंडस्ट्रीज को इंडोस्पिरिट्स के समीर महेंद्र से एक करोड़ रुपए मिले। अरुण रामचंद्र पिल्लई, विजय नायर के माध्यम से समीर महेंद्र से आरोपी लोक सेवकों को आगे स्थानांतरित करने के लिए अनुचित धन एकत्र करता था. अर्जुन पांडे नाम के एक व्यक्ति ने विजय नायर की ओर से समीर महेंद्र से लगभग 2-4 करोड़ रुपए की बड़ी नकद राशि एकत्र की. सनी मारवाह की महादेव लीकर्स को योजना के तहत एल-1 लाइसेंस दिया गया था। यह भी आरोप है कि दिवंगत शराब कारोबारी पोंटी चड्ढा की कंपनियों के बोर्ड में शामिल मारवाह आरोपी लोक सेवकों के निकट संपर्क में था.

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