सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर के लगातार दूसरे शतक से आस्ट्रेलिया ने तीसरे और अंतिम एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में न्यूजीलैंड को 117 रन से करारी शिकस्त देकर श्रृंखला में 3-0 से क्लीन स्वीप किया.
13 चौके और 4 छक्के की मदद से वार्नर ने 156 रन बनाए. उनकी इस जबर्दस्त पारी की बदौलत आस्ट्रेलिया ने शुरूआती झटकों के बावजूद आठ विकेट पर 264 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया. न्यूजीलैंड के लिये हालांकि यह स्कोर ही पहाड़ जैसा बन गया और उसकी पूरी टीम वार्नर के कुल स्कोर तक भी पहुंचने में नाकाम रही.
न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों ने फिर से निराश किया और उसकी टीम 36.1 ओवर में 147 रन पर ढेर हो गयी. आस्ट्रेलिया ने इस तरह से बड़ी शान से चैपल-हैडली ट्रॉफी जीती. कीवी टीम को सस्ते में समेटने में मिशेल स्टार्क ने अहम भूमिका निभायी. उन्होंने 34 रन देकर तीन विकेट लिये. पैट कमिन्स, जेम्स फाकनर और ट्रेविस हेड ने दो-दो विकेट लेकर उनका अच्छा साथ दिया.
न्यूजीलैंड की तरफ से मार्टिन गुप्टिल ने सर्वाधिक 34 रन बनाये. उनके अलावा टॉम लैथम (28) और कोलिन मुनरो (20) ही 20 रन की संख्या को छू पाये. पिछले मैच में भी शतक (119 रन) जड़ने वाले वार्नर को मैन आफ द मैच और मैन आफ द सीरीज चुना गया.
आस्ट्रेलियाई उप कप्तान वार्नर ने पारी के 38वें ओवर में मिशेल सैंटनर की गेंद पर फाइन लेग क्षेत्र में चौका जड़कर वनडे में अपना 11वां और इस साल सातवां शतक पूरा किया.
वॉर्नर ने इस साल 23 वनडे खेले हैं और 7 शतक लगाए हैं. वॉर्नर ने इस साल वनडे में 63.09 के शानदार औसत से 1388 रन अपने नाम कर लिए हैं और उनका स्ट्राइक रेट 105.47 रहा है. वॉर्नर का इस साल का टॉप स्कोर 177 रन रहा है. मतलब उन्होंने कई बड़ी पारियां खेली हैं.
जहां ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों के बीच वह नंबर वन हैं, वहीं वर्ल्ड लेवल पर देखें, तो वनडे में एक साल में सबसे ज्यादा शतक लगाने के मामले में महान सचिन तेंदुलकर नंबर वन पर हैं, तो टीम इंडिया के सफलतम कप्तानों में से एक बाएं हाथ के बल्लेबाज सौरव गांगुली सूची में दूसरे नंबर पर हैं, जिसकी बराबरी वॉर्नर ने कर ली है.
सचिन तेंदुलकर ने यह उपलब्धि 1998 में हासिल की थी. हालांकि उन्होंने डेविड वॉर्नर से ज्यादा मैच खेले थे. सचिन ने 34 वनडे में नौ शतक लगाए थे, जबकि सौरव गांगुली ने साल 2000 में 32 मैचों में सात शतक लगाए थे. साल में छह शतक लगाने वाले बल्लेबाजों की सूची में दक्षिण अफ्रीका के गैरी कर्स्टन और सचिन (1996) तथा भारत के ही राहुल द्रविड़ (1999) के नाम हैं.
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व और सफलतम कप्तानों में से एक रिकी पॉन्टिंग और ओपनर मैथ्यू हेडन ने साल में पांच शतक लगाए थे. रिकी पॉन्टिंग ने वनडे करियर में 2003 और 2007 में यह कारनामा किया था, जबकि हेडन ने 2007 में पांच शतक जड़े थे.