मिस्टर परफैक्शनिस्ट के रूप में मशहूर आमिर खान इन दिनों 23 दिसंबर को प्रदर्शित होने वाली अपनी फिल्म ‘‘दंगल’’ को लेकर काफी उत्साहित हैं. फिल्म ‘दंगल’ की शूटिंग के दौरान कैमरे के पीछे की कुछ हलचलों को लेकर ‘मेकिंग आफ दंगल’ नाम से एक वीडियो फिल्म बनायी गयी है. आमिर खान ने सोमवार को कुछ पत्रकारो को बुलाकर पहले यह वीडियो फिल्म दिखायी, उसके बाद उन्होंने वहां मौजूद सभी पत्रकारों के संग बात करते हुए पत्रकारों के सवालों के जवाब भी दिए..

फिल्म ‘‘दंगल’’ करने की वजह पर रोशनी डालते हुए आमिर खान ने कहा-‘‘मैंने यह फिल्म महज एक स्पोर्ट फिल्म होने के कारण नहीं की. फिल्म स्पोर्ट की हो या कोई और, कहानी महत्वपूर्ण होती है. इसकी कहानी कमाल की है. हम लोग यह मानकर चल रहे हैं कि यह फिल्म एक पहलवान की यानी कि एक कुश्ती लड़ने वाले इंसान की है. पर सही मायनों में यह फिल्म ‘इम्पावरमेंट ऑफ गर्ल चाइल्ड’ की बात करती है. तो दूसरे स्तर पर यह फिल्म देशभक्ति की बात करती है. तीसरे स्तर पर यह फिल्म पिता और बेटी के रिश्तों की दास्तान है. यह सारी बातें ह्यूमर के साथ फिल्म में पेश की गयी हैं. फिल्म के लेखक व निर्देशक नितीश तिवारी ने फिल्म का सुर बहुत अच्छा पकड़ा है.’’

फिल्म ‘‘दंगल’’ में नारी सशक्तिकरण की बात है, इसलिए आमिर खान चाहते हैं कि यह फिल्म टैक्स फ्री की जाए. इस बारे में पत्रकारों से बात करते हुए आमिर खान ने कहा-‘‘हमारी फिल्म ‘‘दंगल’’ नारी सशक्तिकरण की बात करती है. यह संदेश ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचे, इसलिए मैं चाहता हूं कि ‘दंगल’ को टैक्स फ्री किया जाए. मेरी यह फिल्म टैक्स फ्री करने योग्य है. पर यह निर्णय तो हर राज्य सरकार को लेना है. हम फिल्म के प्रदर्शन से पहले टैक्स फ्री के लिए आवेदन करने वाले हैं, अब टैक्स फ्री होगी या नहीं, यह कह नहीं सकता.’’

फिल्म ‘‘दंगल’’ के किरदार के सुर को सही अर्थों में पकड़ने के लिए आमिर खान ने फिल्म की पटकथा को सबसे ज्यादा सहारा लिया. खुद आमिर खान ने कहा-‘‘यह फिल्म हरियाणा के कुश्तीबाज महावीर फोगट से प्रेरित है. इसलिए मैं महावीर फोगट से दो बार मिला. उनकी बेटियों गीता व बबीता से कई बार मिला. पर किरदार को तैयार करना, किरदार की समझ मुझे पटकथा से मिली. जब पटकथा पसंद आ जाए, तो उसके लिए वजन बढ़ाना हो या जो कुछ भी करना हम करने के लिए तैयार रहते हैं. पर मैं बार बार वजन नहीं बढ़ाउंगा. मेरे डाक्टरों ने भी ऐसा करने से मना किया है. अपने शरीर का वजन घटाना व बढ़ाना बहुत नुकसानदायक है. मगर कलाकार के तौर पर मेरी कोशिश रहती है कि मैं अपने किरदारों के साथ न्याय करूं. इसलिए मुझे ऐसा करना होता है. पर मैं यह जानता हूं कि इस तरह से मैं अपने शरीर व स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहा हूं. पर जब पटकथा पसंद आ जाए तो हम लाजिकली नहीं सोचते.’’

फिल्म ‘‘दंगल’’ में आमिर खान जवान के अलावा 55 साल के मोटे इंसान के रूप में नजर आने वाले हैं. फिल्म के निर्देशक नितीष तिवारी चाहते थे कि आमिर खान पहले जवानी वाले हिस्से की शूटिंग कर ले, उसके बाद वह वजन बढ़ाकर दूसरे हिस्से की शूटिंग करें. मगर आमिर खान ने उल्टा काम किया. उन्होंने पत्रकारों से कहा-‘‘फिल्म की शुरुआत उसकी रेसलिंग/कुश्तीबाजी से होगी. इस फिल्म में मेरे किरदार की अपनी एक यात्रा है. इस फिल्म में मेरा किरदार 30 प्रतिशत फिल्म में युवा है. उसके बाद 20 प्रतिशत में उसकी उम्र चालीस साल के आस पास है. और 50 प्रतिशत फिल्म में उसकी उम्र 55 साल है. 55 साल की उम्र में  वह मोटा होता है. 55 साल के मोटे इंसान वाले हिस्से को निर्देशक बाद में फिल्माना चाहते थे. पर मैने निर्देशक से कहा कि पहले वजन बढ़ा लेता हूं और मोटापा वाला हिस्सा पहले फिल्माते हैं. उसके बाद वजन घटाकर जवानी वाले हिस्से की शूटिंग कर लेंगे. अन्यथा मैं फिर वजन कम करने में आलस्य कर जाउंगा.’

जी हां! सामान्यतः आमिर खान का वजन 68 किलो रहता है. पर ‘दंगल’ के लिए उन्होंने 27 किलो वजन बढ़ाकर 95 किलो किया था. उसके बाद उन्होंने पांच माह का समय लेकर वजन कम किया. वजन बढ़ाने के बाद वजन को 95 किलो बरकरार रखने के लिए आमिर खान को अपने खानपान में काफी बदलाव करना पड़ा था. इस बारे में उन्होंने कहा- ‘‘पूरी तरह से शाकाहारी हो गया था. मछली, चिकन, मांस, अंडा सहित मांसाहारी भोजन छोड़ दिया था. दूध व दूध से बनने वाली हर चीज मसलन दही, पनीर आदि छोड़ दिया था. वजन 95 किलो के आस पास रहे, मेरा मोटापा बरकरार रहे, इसके लिए मैं सेवपुड़ी व समोसा खा रहा था. क्योंकि इनमें कैलरी ज्यादा होती है. चाकलेट या केक बहुत खाया.’’

वजन बढ़ाने से उन्हें तकलीफ भी हुई, पर अभिनय में उन्हें उसका फायदा भी मिला. इस बारे में पत्रकारों से चर्चा करते हुए आमिर खान ने कहा-‘‘जब मैंने अपना वजन 95 किलो किया, तो अपने आपको बीमार महसूस करने लगा था. उन दिनों मेरा हृदय 27 गुना ज्यादा पंपिंग कर रहा था. मेरी सांस लेने का अंदाज बदल गया था. पर यह सब मुझे अब फिल्म ‘दंगल’ के अपने किरदार के लिए करना पड़ा. उन दिनों थकावट बहुत जल्द आ जाती थी. मैं अपने जूतों के फीते बांधने के लिए झुकता, तो पेट रूकावट पैदा करता. जूते का फीता बांधते समय मेरा पेट दबता, जिसका असर मेरे फेफड़ों पर पड़ता. जिसकी वजह से एक जूते का फीता बांधने के बाद कम से कम बीस सेकंड तक मैं हांफता. उसके बाद ही दूसरे जूते का फीता बांधने की कोशिश करता. मैंने यह सब किया. मेरा मानना है कि जब हम किसी किरदार को निभाना चाहते हैं, तो उसके जैसा महसूस होना चाहिए. जैसे कि मैंने कहा कि मेरी श्वासन क्रिया बदल गयी थी. श्वासन क्रिया भी तो मेरी परफार्मेस का एक हिस्सा है. सांस लेने में तकलीफ परफार्मेंस में मेरी मदद करती थी. वजन बढ़ने के बाद बाडी लैंगवेज बदल जाती है’’.

‘‘दंगल’’ की मेकिंग देखने पर पता चलता है कि आमिर खान किसी भी सीन में सिक्स पैक में नहीं नजर आ रहे हैं. इस पर आमिर खान ने कहा-‘‘रेसलर कई तरह के होते हैं. हर रेसलर का सिक्स पैक होना जरुरी नहीं है. अखाड़े में रेसलिंग करने वाले रेसलर मिट्टी में लड़ते हैं और काफी बलशाली व मोटे होते हैं. मगर यदि आप सुशील कुमार जैसे रेसलर को देखेंगे तो यह सब सिक्स पैक वाले और एकदम फिट नजर आते हैं. भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले रेसलर विनेश फोगट, गीता फोगट, बबीता फोगट एकदम फिट नजर आएंगे. इनके शरीर पर चर्बी नजर नहीं आती. यदि मैं ‘मैट रेसलिंग’ का हिस्सा हूं और 70 किलो की प्रतियोगिता का हिस्सा हूं, जिसमें मेरे शरीर में 30 प्रतिशत चर्बी है, तो यह मेरी गति को धीमी करेगा. यहां मोटापा बेकार है. सभी ‘मैट रेसलर’ कम वजन के होते हैं.’’

फिल्म ‘‘दंगल’’ करने के बाद रेसलर यानी कि कुश्तीबाजी को लेकर उनकी सोच में आए बदलाव के संदर्भ में आमिर खान ने कहा-‘‘जब मैं रेसलिंग सीख रहा था, तब रेसलिंग को लेकर मेरी सोच, मेरा नजरिया बदला. ऐसा माना जाता है कि रेसलर कम या मंद बुद्धि के होते हैं, यह गलत सोच है. रेसलर को बहुत तेज दिमाग वाला होना चाहिए. एक सेकंड में उसे प्रतिक्रिया देनी होती है. यदि रेसलर बुद्धिमान नहीं है, तो वह अच्छा रेसलर बन ही नहीं सकता. सच कह रहा हूं कि मुझे यह समझ में आया कि कुश्ती पहलवान बनने के लिए शारीरिक ताकत ज्यादा महत्वपूर्ण नही होती है. इसमें एक्शन रिएक्शन और रिफलेक्शन तेजी से होना चाहिए.’’

यूं तो आमिर खान ने कृपाशंकर से कुश्ती की ट्रेनिंग ले रखी थी, फिर भी शूटिंग के दौरान उन्हे कई बार चोट लगी. इसे स्वीकार करते हुए आमिर खान ने कहा-‘ शूटिंग के दौरान कई जगह चोट लगी. जब मेरी पीठ में चोट लगी, तब डाक्टरों ने दो माह आराम करने के लिए कहा. हमारे पास इतना समय नहीं था, तो हमने दो सप्ताह आराम किया. उसके बाद भी हर दिन मुझे पेनकिलर लेना पड़ता था.’’

सलमान खान और आमिर खान के बीच अच्छे संबंध हैं. सलमान खान हमेशा सोशल मीडिया पर आमिर खान की फिल्मों को प्रमोट करते आ रहे हैं. आमिर खान को उम्मीद है कि सलमान खान ‘दंगल’ को भी प्रमोट करेंगे. फिल्म ‘‘दंगल’’ की मेंकिंग का वीडियो बाजार में लाते हुए आमिर खान ने कहा-‘‘मुझे यकीन है कि सलमान खान इस बार भी मेरी फिल्म को प्रमोट करेंगे. मुझे भी उनकी फिल्म को प्रमोट करना अच्छा लगता है. मैं अपनी फिल्म ‘दंगल’ उन्हे दिखाने के लिए बेताब हूं.’’

मगर आमिर खान अपनी फिल्म ‘‘दंगल’’ को प्रमोट करने के लिए सलमान खान के शो ‘‘बिग बॉस 10’’ में नहीं जाएंगे. इस बात को स्वीकार करते हुए खुद आमिर खान ने कहा-‘‘मैं अपनी फिल्मों को टीवी पर प्रमोट करना पसंद नहीं करता. इसलिए ‘दंगल’ को भी किसी भी टीवी शो में प्रमोट नहीं करुंगा. वैसे फिल्म के प्रोमो व विज्ञापन टीवी पर आएंगे. पर मैं खुद फिल्म को प्रमोट करने के लिए टीवी पर नहीं जाउंगा.’’

अमिताभ बच्चन के साथ ‘‘यशराज फिल्मस’’ की फिल्म ‘‘ठग्स आफ हिंदुस्तान’’ की शूटिंग शुरू करने के लिए आमिर खान इन दिनों अपने चेहरे पर दाढ़ी और बाल बढ़ा रहे हैं.

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