देश में बड़े नोटों पर लगी पाबंदी से केवल गरीब तबका ही परेशान नहीं है. फिल्म अभिनेत्री विद्या बालन जैसे लोग भी परेशान दिखे. विद्या बालन ने कहा कि जिस दिन नोट पाबंदी की घोषणा हुई वह फिल्म के प्रमोशन से वापस लौट रही थी. टोल प्लाजा पर टोल टैक्स देने के लिये उनके पास पैसे नहीं थे. ऐसे में उनको बहुत परेशानी का सामना करना पड़ा.

जब विद्या यह पूछा गया कि नोट पाबंदी का प्रभाव फिल्म के बिजनेस पर पड़ेगा या नहीं? तो विद्या ने कहा ‘कहानी -2‘ 2 दिसम्बर को सिनेमाहाल में पहुंचेगी. मैं उम्मीद करती हूं कि तब तक हालात सुधर जायेंगे. विद्या ने इस बात से सहमति जताई की इस पांबदी को असर मनोरंजन जगत पर पड़ सकता है. दर्शक सोचविचार कर ही सिनेमा हाल तक जायेंगे.

फिल्मों में लगने वाले कालेधन के सवाल पर विद्या ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि अब फिल्मों में बहुत कालाधन लगता है. अब लोग बहुत ट्रांसपैरेंसी से काम करते हैं. ज्यादातर भुगतान चेक से होता है. बहुत शातिर व्यक्ति ही कालेधन से फिल्म बनाने की सोच सकता है. विद्या ने यह जरूर कहा कि वह सरकार के इस फैसले के साथ हैं. सरकार को यह उपाय जरूर करने चाहिये जिससे लोग कम परेशान हो.

फिल्म ‘कहानी-2’ के प्रचार के लिये लखनऊ आईं विद्या बालन को नोट पर लगी पाबंदी के सवालों ने बेहद परेशान किया. विद्या बालन उत्तर प्रदेश सरकार में समाजवादी पेंशन योजना की ब्रांड एम्बेसडर भी हैं, ऐसे में उनके लिये इन सवालों का जबाव देना मुश्किल काम था.

निर्देशक सुजाय घोष की फिल्म ‘कहानी-2’ में दुर्गारानी सिंह की भूमिका निभाने वाली अभिनेत्री विद्या बालन नवाबों के शहर लखनऊ आई थी. विद्या बालन ने बताया कि इसमें कहानी-1 की पूरी पावरफुल टीम है तथा साथ में अर्जुन रामपाल भी हैं.  36 वर्षीय दुर्गारानी सिंह की भूमिका में विद्या बालन अपहरण व मर्डर के लिए जानी जाती हैं. विद्या बालन ने बताया ‘मैंने सुजाय घोष की इस फिल्म में एक और नए कैरेक्टर को जीवंत करने का प्रयास किया है. पूरी फिल्म में मैंने बहुत एन्जाय किया है’. विद्या बालन ने कहा कि ‘कहानी-2’  का सिक्वयल दूसरे सिक्वयल से अलग है. इसकी कहानी फिल्म कहानी से पूरी तरह से अलग है.

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