30 सितंबर को भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी पर बनी फिल्म एमएस धोनी : द अनटोल्ड स्टोरी, रिलीज होने जा रही है. यकीन मानिए, यह बॉलीवुड में अब तक बनी तमाम बायोपिक मूवी से एकदम अलग है. फिल्म विश्वसनीय है और इसमे दिखाए गए सारे तथ्य वैसे ही हैं, जैसे घटे हैं. इस बात की पुष्टि खुद महेंद्र सिंह धोनी ने भी की है.

धोनी के पूरे देश में करोड़ो फैन हैं जो धोनी के हर एक मूव पर बहुत ही करीब से नजर रखते हैं. ऐसे में एमएस धोनी : द अनटोल्ड स्टोरी उनके लिए अपने आदर्श व रियल हीरो की निजी जिंदगी में झांकने का एक मौका देने जा रही है. एमएस धोनी के मेकर्स ने धोनी की बायोपिक फिल्म को तथ्यपूर्ण और रियलिस्टिक टच देने की भरपूर कोशिश है. फिल्म हूबहू वैसी लगे जैसी वास्तिकता में घटी हो, इसके लिए लिए मेकर्स ने धोनी की जीवन से जुड़ी तमाम जगहों पर जाकर शूटिंग पूरी की है.

उन्होंने धोनी के पुराने घर जहां वो अपने क्रिकेटिंग करियर के संघर्ष के दौरान परिवार के साथ रहते थे, वहां विशेष रूप से शूटिंग की गई है. फिर चाहे वो रांची का स्कूल हो या फिर खड़गपुर रेलवे स्टेशन जहां धोनी टीटी के रूप में कार्यरत थे, इन सभी जगहों पर फिल्म की शूटिंग की है. इन सभी के पीछे मेकर्स की यही कोशिश रही है कि फिल्म को ज्यादा से ज्यादा विश्वसनीय बनाया जाए.

अब तक आए ट्रेलर और गाने यह बताने के लिए काफी हैं कि फिल्म में धोनी से जुड़ी बारीक से बारीक चीजों पर बहुत गहराई से काम किया गया है. एमएस धोनी के ट्रेलर की पॉपुलरटी करीब महीनेभर बाद भी कम नहीं हुई है और वो अभी भी सभी डिजिटल प्लेटफार्म पर टॉप लिस्ट में शुमार है. तभी तो फिल्म के ट्रेलर ने बॉलीवुड में ट्रेलर के मामले में नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं.

टीवी से फिल्म की ओर मुड़े अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के अभिनय की तारीफ चारों ओर हो रही है. धोनी के किरदार को निभाना इतना आसान कभी नहीं था लेकिन उन्होंने धोनी को जीवंत करने के लिए जी तोड़ मेहनत की है. महेंद्र सिंह की असली जिंदगी और उनके अनोखे संघर्ष को पर्दे पर उतारने के लिए एमएस धोनी की टीम ने जबर्दस्त काम किया है. फिल्म का निर्माण अरुण पाण्डेय और फॉक्स स्टार स्टूडियो ने संयुक्त रूप से किया है.

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