आज समाज चाहे कितना आगे बढ़ गया हो, कितना हाईटैक हो गया हो लेकिन युवतियों की सुरक्षा के मामले में पीछे ही है. आज जब युवतियां मल्टीनैशनल कंपनियों में काम कर देर रात घर लौटती हैं तो मन में डर बना रहता है. समाज में घटित घटनाएं हमें सचेत रहने को भी आगाह करती हैं.
भले ही खुद चाहे सही क्यों न हों या फिर चाहे कितने भी सैफ रास्ते से घर क्यों न लौटें लेकिन गंदी मानसिकता वालों की निगाह से नहीं बच सकती. लेकिन इस कारण घर से बाहर निकलना नहीं छोड़ा जा सकता. ऐसे में युवतियों को चाहिए कि वे खुद की सैफ्टी बरतें.
आज के हाईटैक दौर में वुमन सैफ्टी के लिए काफी उपाय हुए हैं. अब तक युवतियां जिस स्मार्टफोन का इस्तेमाल ऐंटरटैनमैंट के लिए या फिर सैल्फीज क्लिक करने के लिए करती रही हैं, अब उस का इस्तेमाल खुद की सेफ्टी के लिए कर के डर को हमेशा के लिए बाय कह सकती हैं. जिस के लिए जरूरी है आप के फोन में कुछ ऐप्स.
प्रस्तुत हैं सेफ्टी ऐप्स जो आप को हर मौके पर सुरक्षित रखने में कारगर भूमिका निभा सकते हैं.
आई फील सेफ ऐप
आई फील सेफ नामक ऐप युवतियों को सुरक्षा प्रदान करने की दिशा में अहम रोल अदा करता है. इस ऐप को मोबाइल स्टैंडर्ड एलाइंस औफ इंडिया द्वारा बनाया गया है लेकिन इसे निर्भया ज्योति ट्रस्ट द्वारा संचालित किया जाएगा. हाल ही में एक कार्यक्रम में इस का लोकार्पण निर्भया की मां आशा देवी और पिता बद्रीनाथ सिंह ने किया.
इस ऐप की खासियत यह है कि यह बिना नैटवर्किंग या बिना सिम के भी काम करता है और पूरे भारत में इस का लाभ उठाया जा सकता है. इसे डाउनलोड करने में कोई खर्च भी नहीं आता.
आप को सिर्फ इतना करना है कि पहले इसे अपने प्लेस्टोर से डाउनलोड कर लें, जिस से आप को फोन में एक वर्चुअल बटन मिलेगा, जिसे ‘पावर का सैफ्टी बटन’ कहते हैं, को 5 बार दबा कर अलार्म संचालित करना होगा, जिस से यह ऐप खतरे की स्थिति में खुद ही 100 नंबर पर फोन कर के पीडि़त व्यक्ति की बिलकुल सही जानकारी देगा. सिर्फ एक बार सूचित कर के अपने फर्ज से इतिश्री नहीं करेगा बल्कि हर 30 सैकंड में स्थान को ट्रैक करते हुए इस की सूचना यूजर के इमरजैंसी कौंटैक्ट्स को देने के साथसाथ इमरजैंसी कौल सैंटर टीम को भी देगा जिस से पीडि़त को समय रहते हर संभव मदद पहुंचाई जा सके.
विद यू ऐप
खतरा आप के सामने खड़ा है ऐसे में आप फोन से कौंटैक्ट नंबर निकाल कर किसी को फोन करेंगे तब तक बहुत देर हो जाएगी. ऐसी स्थिति से निबटने के लिए विद यू ऐप आप का साथ निभाएगा. क्योंकि इस का पावर बटन 2 बार दबाने पर अलर्ट मैसिज जैसे ‘आई एम इन डैंजर’ हर 2 मिनट में आप के रजिस्टर्ड इमरजैंसी नंबर्स को मैसिज विद करंट लोकेशन के साथ भेजेगा, जिस से आप खतरे से बच सकती हैं.
स्क्रीम अलर्ट
यह फ्री सैफ्टी ऐप है जो ऐसा कार्य करता है कि सुनने वाला तुरंत अलर्ट हो जाए और पीडि़त व्यक्ति की मदद के लिए हाथपैर दौड़ाने शुरू कर दे. जैसे ही आप इमरजैंसी की स्थिति में इस का पावर बटन दबाएंगी वैसे ही महिला की आवाज में सुनने वाले को चिल्लाने की आवाजें आनी शुरू हो जाएंगी, जो आप खतरे में है का मैसिज देने के लिए काफी है.
स्मार्ट 24×7
स्मार्ट 24×7 ऐप को युवतियों और वृद्धों की सुरक्षा के उद्देश्य से बनाया गया है, जिसे कई राज्यों की पुलिस ने भी कारगर माना है. यह ऐप संदिग्ध परिस्थिति में इमरजैंसी कौंटैक्ट्स को पैनिक अलर्ट भेजता है. साथ ही इस में वौइस रिकौर्ड और फोटोज ले कर पुलिस के साथसाथ इमरजैंसी कौल सैंटर को भी भेजने की सुविधा रहती है. इस में यूजर को सिर्फ पैनिक बटन दबा कर उसे कौन सी सर्विस चाहिए उसे चुन कर अपनी सहमति दर्ज करनी होती है.
शेक टू सेफ्टी
भले ही इस ऐप का नाम थोड़ा बड़ा है लेकिन यह इस्तेमाल करनें में उतना ही आसान है. इस में यूजन को सिर्फ अपने स्मार्टफोन को हिलाना या फिर पावर बटन को 4 बार दबाना होगा जिस से एसओएस टैक्स्ट या फिर रजिस्टर्ड नंबर्स पर कौल चली जाएगी. यह स्क्रीन लौक होने पर भी वर्क करेगा. लेकिन इस में आप को फोन को हिलाने या फिर पावर बटन दबाने के औप्शन को चुनना होगा.
पुकार
यह करंट लोकेशन के साथ इमरजैंसी कौंटैक्ट्स को थोड़ीथोड़ी देर बाद एसएमएस अलर्ट भेजता रहता है. और यह भी बताता है कि फोन साइलैंट पर होने के कारण उस अलर्ट मैसिज पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है.
सेफ्टीपिन
जैसा ऐप का नाम है वैसा ही ऐप का काम है यानी यह ऐप युवतियों को सुरक्षा प्रदान करता है. इस में सभी महत्वपूर्ण फीचर्स जैसे जीपीएस ट्रेकिंग, इमरजैंसी कौंटैक्ट नंबर्स, सेफ जगहों की जानकारी, मानचित्र के माध्यम से पिन्स सेफ और अनसेफ जगहों को दर्शाती है आदि शामिल होते हैं. इस से खतरों को टाला जा सकता है.
सर्किल औफ 6
सर्किल औफ 6 ऐप का मतलब अपने इस सर्किल में 6 विश्वासयोग्य फ्रैंड्स को ऐड करना होगा जो मुसीबत की घड़ी में आप को बाहर निकाल सकें. बस इसे औन करने की देर होगी और यह औटोमैटिकली एसएमएस अलर्ट उन्हें भेज देगा. तो हुआ न यह ऐप बड़े काम का.
आई एम शक्ति ऐप
शक्ति ऐप का खतरे की स्थिति में इस्तेमाल करने के लिए आप की 2 मिनट के भीतरभीतर 5 बार पावर बटन को प्रैस करना होगा जिस से अलर्ट एसएमएस जीपीएस लोकेशन के साथसाथ आप के इमरजैंसी कौंटैक्ट्स के पास पहुंच जाए.
हिम्मत
हिम्मत से बढ़े चलो चाहे कितनी भी बाधाएं आएं, डरो नहीं. यह बात हिम्मत ऐप के संदर्भ में सटीक बैठती है, क्योंकि जिस युवती के मोबाइल में यह ऐप डाउनलोड होता है वह घबराती नहीं बल्कि मुकाबला करती है.
युवतियों की सुरक्षा के लिए इस ऐप को बनाने की सिफारिश दिल्ली पुलिस ने की थी. इसलिए अगर आप इस ऐप को यूज करना चाहते हैं तो आप को दिल्ली पुलिस की वैबसाइट पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा और जैसे ही रजिस्ट्रेशन पूरा होगा वैसे ही आप को ओटीपी यानी वनटाइम पासवर्ड मिलेगा जिसे आप को ऐप को डानलोड करने के समय मांगे गए नंबर में भरना होगा.
इस से जेसे ही यूजर मुसीबत की घड़ी में बटन दबाएगा वैसे ही उस की लोकेशन, औडियोवीडियो डायरैक्ट दिल्ली पुलिस कंट्रोल रूम तक पहुंच जाएगी जिस से पुलिस वहां पहुंच पाएगी.
इस तरह इन ऐप्स का यूज कर के आप अपनी सुरक्षा खुद कर सकती हैं.