जिंदगी के सफर में मेघा को निखिल जैसा खयाल रखने वाला हमसफर तो मिला पर उस के अंतर्मन को न समझ पाया. प्यार की तलाश में भटकती हुई मेघा की मुलाकात हुई समीर से जो उस के रेगिस्तानी जीवन में एक मरीचिका की भांति था.