अपने को बदकिस्मत विधवा मान रही अंजू के पास केवल थोड़ी सी जमापूंजी थी. उस की जिंदगी में राजीव का पदार्पण क्या हुआ, वह अपने को संसार की सब से खुशनसीब स्त्री मानने लगी. एक दिन राजीव ने उस से 2 लाख रुपए की डिमांड कर दी. जानें फिर क्या हुआ.