सुकेशनी से विवाह कर विदेश जाने की विशेष की अभिलाषा पूर्ण हो गई थी. लेकिन सभी सुखसुविधा, पैसा पा कर भी विशेष के मन के भीतर एक अधूरेपन का एहसास क्यों हो रहा था?