पापा जल्दी आ जाना : पापा से मुलाकात को तरसती बेटी की कहानी
‘‘जल्दी आ जाऊंगा बेटा...बहुत जल्दी. मेरी अच्छी गुडि़या, तुम मम्मी को तंग बिलकुल नहीं करना,’’ संदीप ने निकिता को बांहों में भर कर उस के चेहरे पर घिर आई लटों को पीछे धकेलते हुए कहा, ‘‘अच्छा, क्या लाऊं तुम्हारे लिए?