वे अवाक पागलों के समान बेटे का मुंह ताकती रहीं. थोड़ी देर के लिए उन्हें लगा कि शरीर का खून किसी ने खींच लिया है, पर जल्द ही उन का स्वाभिमान जाग उठा.