अहं के चलते घर में घर कर गई अशांति को अमन ने शांति व खुशहाली में ऐसे बदला कि मांबाप, दादादादी सभी उस के नतमस्तक हो गए. क्या किया अमन ने? पढ़िए नीता गाबा की लिखी यह कहानी.