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फैमिली स्टोरीज
भाभी : गीता को क्यों याद आ रहे थे पुराने दिन ?
गीता अपने भाभी के साथ बैठकर बात कर रही थी, पुराने दिन को याद कर रही थी.
Digital Team
,
Aug 3, 2023
भाग - 1
भाभी अकेलापन, दुख और अवसाद लिए जी रही थीं. बरसों से रुके हुए आंसू मेरे कंधे का सहारा पा कर बह निकले थे. मैं निशब्द थी क्योंकि भाभी की वेदना के आगे सांत्वना के मेरे शब्द बहुत छोटे पड़ रहे थे.
भाग - 2
विवाह के समय भाभी मात्र 16 साल की थीं. मेरी हमउम्र. चाची को उन का रूप फूटी आंखों नहीं सुहाया क्योंकि अपनी बदसूरती को ले कर वे हमेशा कुंठित रहती थीं.
भाग - 3
बिना किसी के सहारे के जीना भी तो बहुत कठिन है. वे तो चले गए लेकिन मुझे तो सारी जिम्मेदारी अकेले संभालनी पड़ी. अंदर से रोती थी और बच्चों के सामने हंसती थी कि उन का मन दुखी न हो.
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