बीमा करवाना बहुत जरूरी है. मध्यम वर्गीय परिवारों और निम्न वर्गीय परिवारों के लिए और भी जरूरी है. पर क्या आप जानते हैं कि आप सिर्फ घर, गाड़ी, दुकान और स्वयं के बीमा के अलावा रसोई में रखे अपने गैस सिलेंडर की भी बीमा करवा सकते हैं? इसके अलावा आपके गैस सिलेंडर की एक निश्चित आयु होती है, यानी कि आपके सिलेंडर की भी एक्सपायरी डेट है. पर जब आपको एक्सपायरी डेट होने का पता ही नहीं तब आप डेट देखकर सिलैंडर कैसे लेंगे?
गैस सिलेंडर से हादसा होने पर उपभोक्ता को कंपनी की ओर से 50 लाख रुपए तक का बीमा मिलता है. जानकारी न होने के कारण उपभोक्ता इसका लाभ नहीं उठा पाते.
कैसे पता करें एक्सपायरी की तारीख?
गैस सिलेंडर की एक्सपायरी डेट पता करना बेहद आसान है. गैस सिलेंडर की पट्टी पर ही एक कोड लिखा होता है. अगर आपको कोड पढ़ना आ गया तो आप गैस सिलेंडर की एक्सपायरी पता कर सकते हैं.
जब मिले एक्सपायर्ड सिलेंडर
अगर आपको एक्सपायर्ड सिलेंडर डिलीवर किया गया है तो आप एजेंसी को सूचना देकर सिलेंडर को रिप्लेस करवा सकते हैं. अगर गैस एजेंसी रिप्लेसमेंट से इनकार कर दे तो आप प्रशासनिक अधिकारी से शिकायत कर सकते हैं. अगर इसके बाद भी आपकी समस्या न सुलझे तो आप कंज्यूमर कोर्ट में शिकायत दर्ज करवा सकते हैं.
आपके रसोई में ही रखें हैं 50 लाख
आरटीआई से प्राप्त जानकारी के मुताबिक गैस कनेक्शन लेते ही किसी भी उपभोक्ता का 10 से 25 लाख रुपए तक का दुर्घटना बीमा हो जाता है. इसके तहत गैस सिलेंडर से हादसा होने पर पीड़ित बीमा क्लेम कर सकते हैं. इसके अतिरिक्त अगर दुर्घटना से पूरी परिवार पीड़ित है तो दुर्घटना होने के 24 घंटे के अंदर ही संबंधित एजेंसी और लोकल थाने को सूचना देने पर 50 लाख तक के बीमा का प्रावधान है. दुर्घटना होने पर जरूरी प्रमाणपत्र भी उपलब्ध कराने होते हैं.
बीमा लेने से पहले ध्यान रखें
बीमा क्लेम करने से पहले आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए.
– आपके गैस सिलेंडर का कनेक्शन वैध होना चाहिए.
– ध्यान रहे कि सिलेंडर के साथ आप आईएसआई मार्क वाले चूल्हे का ही इस्तेमाल कर रहे हों.
– गैस कनेक्शन लेते समय एजेंसी द्वारा दिए गए पाइप-रेग्युलेटर का ही इस्तेमाल कर रहे हों.
– गैस चूल्हे का स्थान, सिलेंडर रखने के स्थान से ऊंचा होना चाहिए.
– गैस सिलेंडर और गैस चूल्हे के आस पास बिजली का कोई खुला तार न हो.