पिछले दो वर्षों में बैंकिंग ट्रांजेक्शन के लिए मोबाइल तथा इंटरनेट का उपयोग तेजी से बढ़ा है.

यह बैंकिंग का सबसे तेज तथा कभी भी किया जा सकने वाला कार्य है, लेकिन परेशानी तब होती है जब मोबाइल खो जाए या फिर चोरी हो जाए.

इसलिए थोड़ी सी भी लापरवाही खतरनाक हो सकती है इसलिए जरूरत है आप सोच-समझकर मोबाइल बैंकिंग का उपयोग करें.

निजी सूचनाएं तथा जानकारियां

मोबाइल बैंकिंग का यूज करते समय निजी सूचनाएं जैसे- खाता नंबर, जन्‍मतिथि, पासवर्ड, डेबिट/क्रेडिट कार्ड और पैन कार्ड जैसी निजी जानकारियां गोपनीय रखें अन्यथा हैकर्स आपका बैंक अकाउंट हैक करके आसानी से नुकसान पहुंचा देंगे. जरूरी है कि फोन को सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर से सुरक्षित किया जाएं.

पब्लिक वाइ-फाइ/ब्लूटूथ नहीं

अगर मोबाइल बैंकिंग का उपयोग कर रहे हैं तो ध्यान रखें कि गलती से भी पब्लिक वाइ-फाइ व मोबाइल ब्लूटूथ का उपयोग न करें. इससे वायरस आपके मोबाइल पर हमला कर सकता है. इस खतरे से बचने के लिए आप मोबाइल में एंटी वायरस फायरवॉल और सेफ्टी सॉफ्टवेयर टाइम-टाइम पर अपडेट करते रहें.

ब्राउजिंग हिस्ट्री पर ध्यान

जब भी आप मोबाइल बैंकिंग का यूज करते हैं तो तभी अपने स्मार्टफोन से ब्राउजिंग हिस्ट्री डिलीट करते जाएं, इससे अगर फोन खो जाएं या हैक भी हो जाएं तो आपको नुकसान नहीं होगा.

पासवर्ड हो स्ट्रांग

जब भी आप मोबाइल बैंकिंग का इस्तेमाल करते हैं क्या उसमें ऑटोलॉक लगाकर रखते हैं? सेफ मोबाइल बैंकिंग के लिए अपने मोबाइल में ऑटोलॉक जरूर लगाएं. इसके लिए आप कैरेक्टर, न्यूमैरिक और स्पेशल कैरेक्टर्स का 8 डिजीट वाला या उससे ज्यादा के कैरेक्टर का एक स्ट्रांग पासवर्ड चुनें.

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