सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक ने अपने नए फीचर ‘वर्कप्लेस’ का कमर्शियल लॉन्च किया है. कंपनी इससे दुनिया की सभी कंपनियों को वर्कप्लेस में फेसबुक के इस्तेमाल का मेसेज देना चाहती है. ऑफिशल कम्यूनिकेशन में आमतौर पर ईमेल का इस्तेमाल होता है. फेसबुक इसे ‘वर्कप्लेस’ से बदलना चाहती है. भारत इस नए टूल का इस्तेमाल करने में दूसरे देशों से आगे है.

फेसबुक फॉर वर्क को कंपनी ने वर्कप्लेस का नाम दिया है. इसे कंपनी ने पायलट प्रॉजेक्ट के तहत 18 महीने पहले लॉन्च किया था. इस टूल का इस्तेमाल अभी स्टारबक्स से डेनॉन, भारत में गोदरेज से लेकर यस बैंक, सिंगापुर की गवर्नमेंट टेक्नोलॉजी एजेंसी और ऑटो रिक्शा एग्रीगेटर जुगनू, लॉजिस्टिक कंपनी डेलीवेरी में हो रहा है. फेसबुक ऐट वर्क के एशिया पैसिफिक हेड रमेश गोपालकृष्ण ने कहा, ‘फेसबुक यूज करने के लिए ट्रेनिंग की जरूरत नहीं है. यह सिंपल है. भारत में पहले से ही 16 करोड़ लोग हमारे यूजर्स हैं. हम इसका फायदा उठाना चाहते हैं.’

फेसबुक ऐट वर्क को 1,000 से ज्यादा कंपनियों ने अपनाया है. वर्कप्लेस यूजर्स में भारत के बाद नॉर्वे, अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस का नंबर है. फेसबुक ने वर्कप्लेस को सोमवार से सभी कंपनियों के लिए खोल दिया. जो कंपनियां अब फेसबुक की इस सर्विस का इस्तेमाल करना चाहती हैं, उन्हें पहले 1,000 मंथली ऐक्टिव यूजर्स के लिए प्रति यूजर 3$, 1,001 से 10,000 मंथली यूजर्स के लिए प्रति यूजर 2$ और 10,000 से अधिक मंथली यूजर के लिए 1$ प्रति यूजर के हिसाब से पेमेंट करना होगा.

एंटरप्राइज सेगमेंट में फेसबुक की एंट्री देर से हुई है. ऑफिस स्पेस में दूसरी कंपनियां भी जोर-आजमाइश कर रही हैं. इनमें माइक्रोसॉफ्ट के यमर और फेसबुक के वॉट्सएप जैसे प्रॉडक्ट्स शामिल हैं. ये दोनों छोटी कंपनियों में पॉप्युलर हैं. फेसबुक ने एक बयान में कहा, ‘वर्कप्लेस का एक्सपीरियंस फेसबुक अकाउंट जैसा है. इसमें लाइव, रिऐक्शन, सर्च और ट्रेंडिंग पोस्ट जैसे फीचर्स हैं. आप इसके जरिए अपने ऑफिस मित्र के साथ दुनियाभर में कही भी रियल टाइम में चैट कर सकते हैं.’

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