समुद्र करोड़ों विचित्र जीवजंतुओं का घर है. इन में मछली की कई प्रजातियों में से आधी से ज्यादा के बारे में तो मनुष्य को पता ही नहीं है. आज भी विज्ञान इतना सक्षम नहीं कि वह समुद्र तल पर रहने वाले प्राणियों का अध्ययन कर के उन के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी जुटा सके. यही वजह है कि बहुत धीमी गति से मछली अथवा अन्य समुद्री प्राणियों की नई प्रजातियों के बारे में मनुष्य जान पा रहा है. जानिए, अब तक ज्ञात कुछ ऐसी मछलियों के बारे में जो अपनी विशेष आकृतियों अथवा आदतों के कारण समुद्र की अनोखी मछलियां बन बैठी हैं.

सीलोकेंथ

इस मछली को विज्ञान जगत में जीवित जीवाश्म (फासिल) के नाम से पहचाना जाता है. इस की वजह यह है कि इस मछली का आकारप्रकार आज से 7 करोड़ वर्ष पहले समुद्रतल पर पाई जाने वाली एक मछली से काफी मिलताजुलता है. 1938 से पूर्व इस मछली को लुप्त समुद्री जीव घोषित किया जा चुका था, लेकिन 1938 में दक्षिण अफ्रीका के कुछ मछुआरों ने अन्य मछलियों के साथ इन्हें भी पकड़ा. अपनी विशेष आकृति के कारण यह मछुआरों के लिए हैरान करने वाली बात थी. जब इन मछलियों को प्राणी विशेषज्ञों को दिखाया गया, तो इन की पहचान सीलोकेंथ मछली के रूप में की गई. नीले रंग की सीलोकेंथ के शरीर पर कहींकहीं सफेद रंग भी पाया जाता है. इस के फिंज मांसल, पूंछ अजीब सी तथा शरीर भारी शल्कों से ढका होता है. इसे विकास के आरंभिक दौर में पाई जाने वाली मछलियों का प्रतीक माना जाता है.

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