सोने की चिड़िया : सुहासिनी को हुआ अपनी भूल का एहसास
पीयूष की मौत के बाद सुहासिनी अपने मायके लौट गई थी. अचानक एक दिन सुहासिनी की मुलाकात अपनी ननद मानसी से हुई. मानसी से मिल कर सुहासिनी को क्यों लगने लगा कि उस से कहीं भूल हो गई है.
बड़े से मौल में अपनी सहेली शिखा के साथ चहलकदमी करते हुए साड़ी कार्नर की ओर बढ़ गई थी सुहासिनी. शो केस में काले रंग की एक साड़ी ने उस का ध्यान आकर्षित किया पर सेल्स- गर्ल की ओर पलटते ही वह कुछ यों चौंकी मानो सांप पर पांव पड़ गया हो.