देश के 14वें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के पैत्रिक गांव परौंख के परिषदीय स्कूलों में अब स्मार्ट क्लास खुलेंगे. स्मार्ट क्लास में लगने वाले कंम्यूटर को चलाने के लिये सोलर पैनल लगाए जायेंगे. उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में स्थित परौंख गांव में बचपन के दिनों में रामनाथ कोविंद ने पेड़ के नीचे अपनी पढाई शुरू की थी. देश के राष्ट्रपति बनते ही गांव के स्कूलों के कायाकल्प की योजना तैयार हो गई है.

मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने बेसिक शिक्षाधिकारी को फोन कर इस दिशा में सर्वे कर योजना तैयार करने को कहा. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का पैत्रिक गांव परौंख अब चर्चा में है. ऐसे में उस गांव की दशा को सुधारने की पहल सरकार द्वारा शुरू की गई है. मानव संसाधन विकास मंत्रालय के मौखिक आदेश के बाद से ही जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग के अधिकारी सक्रिय हो गये हैं. इसका एक प्रोजेक्ट तैयार कर लिया गया है.

गांव के परिषदीय स्कूल में 100 बच्चे और 2 प्राइमरी स्कूल में 225 बच्चों के नाम लिखे हैं. अभी तक यह बच्चे भले ही सामान्य सरकारी स्कूलों की तरह पढ रहे हों पर अब यह विशेष सुविधा वाले स्कूल हो जायेंगे. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का पैत्रिक गांव परौंख अब चर्चा में है. ऐसे में यहां स्कूलों में सुधार के जरीये गांव के बच्चों को सुविधायें मिल सकती है. इससे बेहतर कुछ हो नहीं सकता. जरूरत इस बात की है कि हर गांव के स्कूल को इस तरह बनाने का काम शुरू हो जिससे गांव के बच्चों को भी तरक्की करने का मौका मिले.

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