‘4 बज गए, लेकिन पार्टी अभी बाकी है...’ हनी सिंह का गाया यह गाना पार्टियों में न चले और युवा इस पर न थिरकें ऐसा हो ही नहीं सकता. खासकर लेटनाइट पार्टीज में तो यह गाना युवाओं की जान है.

मौडर्न युग में लेटनाइट पार्टीज युवाओं के लाइफस्टाइल का अहम हिस्सा बनती जा रही हैं और हों भी क्यों न, तनाव भरी लाइफ में कुछ पल सुकून से गुजारने के लिए लेटनाइट पार्टीज ऐंजौयमैंट का बैस्ट जरिया जो हैं. जहां डांस, मस्ती, गेम्स व दोस्तों के साथ लाइफ का मजा लेने का चांस मिलता है, वहां कोई रोकनेटोकने वाला नहीं होता. तो फिर क्यों न लिया जाए ऐसी पार्टीज का मजा? कुछ युवाओं की भी लेटनाइट पार्टीज के बारे में ऐसी ही राय है

दिल्ली की रहने वाली रुचि सिंह का कहना है कि वह तो लेटनाइट पार्टीज में खूब ऐंजौय करती है. इस तरह की पार्टियों में हर तरह के लोग होते हैं. जहां आप ऐंजौय करने के साथसाथ अपनी पसंद को ध्यान में रख कर दोस्त भी बना सकते हैं.

जबकि नेहा के अनुसार आप लेटनाइट पार्टीज में जम कर मस्ती करने के कारण खुद को काफी फ्रैश भी फील करते हैं. सुमित भी लेटनाइट पार्टीज को ले कर बहुत उत्साहित रहता है. वह कहता है कि जवानी चार दिन की होती है. इसलिए इस का खुल कर मजा लेना चाहिए. जो ऐसा सोचते हैं कि लेटनाइट पार्टीज में जाने वाले लोग गलत होते हैं व ऐसी पार्टियों में दुर्घटनाएं भी ज्यादा घटित होती हैं तो उन की ऐसी सोच गलत है. दुर्घटना तो कभी भी व कहीं भी घटित हो सकती है.

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