बोल्ड होना कोई दादागीरी या फिर रोब जमाना नहीं होता बल्कि अपने हक के लिए लड़ना, मुसीबत या बुरे समय में न घबराना और विपरीत परिस्थितियों को अपनी सूझबूझ से काबू करना होता है. दूसरे शब्दों में कहें तो बोल्डनैस स्मार्टनैस है यानी कि कठिन सिचुऐशन को पैनिक हुए बिना कौन्फिडैंस के साथ हैंडिल करना ही बोल्डनैस है. आइए, जानें हम कहां और कैसे बोल्ड हो सकते हैं :

गर्लफ्रैंड या बौयफ्रैंड से ब्रेकअप होने के बाद

गर्लफ्रैंड या बौयफ्रैंड से ब्रेकअप होने के बाद युवाओं की दुनिया ही बदल जाती है. उन का किसी भी काम में मन नहीं लगता, वे तनाव महसूस करते हैं व लोगों से कटेकटे से रहने लाते हैं. इस से आसपास का माहौल भी खराब होता है. लोग ऐसे लोगों से बात करने में कतराते हैं और उसे बेचारा समझ कर दया की नजर से देखते हैं.

लेकिन अगर ब्रेकअप के बाद आप को बेचारा नहीं बनना तो ब्रेकअप को बोल्डली हैंडिल करें. अगर आप का ब्रेकअप हो गया है तो उसे जिंदगी का अंत नहीं बल्कि जिंदगी की नई शुरुआत के तौर पर देखें. जिस तरह आप ने फ्रैंडशिप होने पर सैलिब्रेट किया था उसी तरह ब्रेकअप को भी सैलिब्रेट कर के अलग हों, ब्रेकअप के बाद एकदूसरे के दुश्मन नहीं बल्कि दोस्त की तरह रहें. ऐक्स की जिंदगी में अगर कोई और आ जाता है तो उसे मुबारकबाद दें और खुद भी आगे बढ़ जाएं. आसपास के लोगों को भी यह बता दें कि यह आप के जीवन की कोई दुखद घटना नहीं है बल्कि लाइफ का एक फेस है जिसे ऐक्सैप्ट करते हुए आप आगे बढ़ रहे हैं.

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