ऐ खूबसूरत पल
बंद कर लूं तुझे मुट्ठी में
जी लूं तुझे जी भर के
महसूस कर लूं
प्यार का रेशमी एहसास
जगा लूं कुछ देर और
जीने की आस
वो सपना जो बंद था कभी पलकों में
छू के महसूस कर लूं उसे
बुझा लूं आज वो
अनबुझी सी प्यास
भीग जाने दो मुझे
चाहतों की बारिशों में
आज पूरी कर लूं
वो अधूरी गजल
जो उगा है सूरज
खिले अरमानों के उजालों वाला
ओढ़ लेने दो
इस की किरणों को मुझे
ढल जाने दो
अब अंधेरी रात
- अंजु जायसवाल
आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें
सब्सक्रिप्शन के साथ पाए
500 से ज्यादा ऑडियो स्टोरीज
7 हजार से ज्यादा कहानियां
50 से ज्यादा नई कहानियां हर महीने
निजी समस्याओं के समाधान
समाजिक समस्याओं पर चोट करते लेख
देश विदेश के राजनैतिक मुद्दे
और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...
सरिता से और