केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी की नई तिलमिलाहट देश में शिक्षा का गिरता स्तर या किसी होनहार दलित युवा छात्र की खुदकुशी नहीं, बल्कि राहुल गांधी की 50 साल की उम्र है जिसे ले कर उन्होंने ताना कसा है कि राहुल 50 के हो रहे हैं और खुद को युवा कहते हैं. यह निहायत ही व्यक्तिगत मामला है. इसलिए स्मृति के बयान पर किसी ने कान नहीं दिए और मानने वालों ने मान लिया कि उन के पास भाजपा आलाकमान और आरएसएस के प्रति निष्ठा जताने का इकलौता तरीका सोनिया राहुल पर कटाक्ष का ही बचा है जिस का नवीनीकरण वे जबतब करती रहती हैं.

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