अगर कोई नया पेंच नहीं फंसे तो बिहार की पहली नदी जोड़ योजना को जल्द ही मंजूरी मिलने के आसार हैं. नदियों में पानी की उपलब्धता को ले कर केंद्र सरकार द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब बिहार सरकार ने भेज दिए हैं. बिहार सरकार ने अपने जवाब में कहा है कि राज्य की संकरीनाटा नदियों में केवल मानसून के समय ही पानी रहता है. नदी जोड़ योजना से इस पानी का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल हो सकेगा.

गौरतलब है कि राज्य की नदी जोड़ योजना में केंद्र सरकार रोज नया पेंच फंसा रही है और अभी तक एक भी योजना को मंजूरी नहीं मिली है. संकरीनाटा योजना की तमाम खानापूरी हो चुकी है, पर केंद्र ने पानी उपलब्धता को ले कर नया अडंगा लगा दिया है.

बिहार सरकार सिंचाई प्रबंधन के लिए बनी 3 नदी जोड़ योजनाओं में संकरीनाटा लिंकिंग योजना को इसी साल शुरू करने की तैयारी में है. केंद्र सरकार ने 2903 करोड़ रुपए की लागत वाली कोसीमेची नदी जोड़ योजना के अलावा 572 करोड़ रुपए की संकरीनाटा नदी जोड़ योजना पर सहमति दे दी है.

राज्य सरकार का दावा है कि केंद्र से मंजूरी मिलने के बाद साल 2018 तक संकरीनाटा लिंक योजना को पूरा कर लिया जाएगा. इस योजना के लिए आपसी सहमति के आधार पर जमीन का अधिग्रहण किया जा चुका है. इस योजना के पूरा होने के बाद राज्य के कई जिलों को फायदा होगा.         

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