बिलाशक अगले कुछ दिन दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लिए बहुत तकलीफदेह और बैचेनी भरे होंगे. उनकी जीभ और गले की सर्जरी हुई है और डाक्टर्स ने उन्हें चुप रहने की हिदायत दी है. यह चुप रहने का परहेज उनके लिए किसी सजा से कम नहीं. बोलने के बाबत केजरीवाल इतने कुख्यात हो चुके हैं कि सोशल मीडिया पर उनकी इस प्रवृत्ति को लेकर दर्जनो लतीफे रोज यहाँ से वहाँ और वहाँ से यहाँ परिक्रमा करते रहते हैं.

बेंगलुरु की नारायण हैल्थ सिटी के मशहूर सर्जन पॉल सी सलिन्स ने उनके गले और जुबान का आपरेशन करने के बाद बताया कि उनके मुंह के मुकाबले जीभ बड़ी थी और तालु व गले के एक हिस्से में भी बनावट की समस्या थी. गौरतलब है कि अरविंद केजरीवाल को स्थायी खांसी और कफ की समस्या पिछले 40 सालों से है, जिसके चलते जुकाम हर कभी हो जाता था और खांसी भी चलने लगती थी.

बहरहाल आराम फरमा रहे केजरीवाल के बोले बिना राजनीति में कुछ दिन उदासी सी तो रहेगी, जो एक खास अदा से जी और सर जी बोलते गर्मियों में रुमाल और सर्दियों मे मफ़लर का इस्तेमाल नाक छुपाने के लिए करते थे. देखने की एकलौती दिलचस्प बात यह रहेगी कि वे चुप रहने का परहेज कितने दिन कर पाते हैं और आपरेशन के बाद जब पहली दफा बोलेंगे तो क्या बोलेंगे.

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