टी20 विश्व कप के दौरान कोलकाता के ईडन गार्डन में जब भारत और पाकिस्तान की टीमें 19 मार्च को एक-दूसरे के आमने सामने होंगी, तो दोनों का ही लक्ष्य जीत हासिल करना होगा. हालांकि इस महामुकाबले से पहले दोनों ही टीमों पर बराबर का प्रेशर होता है. मैच हारने वाली टीम के खिलाड़ियों को प्रशंसकों के गुस्से का भी सामना करना पड़ता है. कुछ ऐसा ही नजारा साल 2011 के विश्वकप सेमीफाइनल में भारत के हाथों हारने के बाद पाकिस्तान के साथ देखने को मिला.

भारत से हारने के बाद जब पाकिस्तान टीम अपने देश पहुंची तो उन पर मीडियाकर्मियों ने जबरदस्त हमला बोला था. पाक मीडिया ने शाहिद अफरीदी पर सवालों की बौछार कर दी थी लेकिन शाहिद ने इन सवालों का जवाब देनें की बजाय भारतीय टीम की प्रशंसा करना शुरु कर दिया था.

भारत की तारीफ करते हुए अफरीदी ने कहा था कि मुझे यह समझ नहीं आता कि हम भारत के इतने खिलाफ क्यों है. जबकि हमारे घरों में इंडियन सीरियल और मूवीज देखे जाते हैं, यहां तक कि हर शादी इंडियन तौर तरीको से की जाती है. फिर भी हम इतनी नफरत क्यों करते हैं. खेल में हार जीत अपनी जगह है. क्रिकेट एक खेल है और इसे खेल की तरह लेना चाहिए. हमें एक अच्छी टीम का सम्मान करना चाहिए.

आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें

डिजिटल

(1 साल)
USD10
 
सब्सक्राइब करें

डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

(1 साल)
USD79
 
सब्सक्राइब करें
और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...