वित्त मंत्री अरुण जेटली ने लोक सभा में आम बजट पेश किया. लोक सभा के सदस्य ई अहमद के देहांत के बाद अटकलें लगाई जा रही थी कि आम बजट आज पेश नहीं होगा. पर स्पीकर सुमित्रा महाजन ने सांविधानिक गरिमा को बनाए रखने के लिए आम बजट पेश करने की अनुमति दी. बीते कुछ महीनों में देश की अर्थव्यवस्था में इतने बड़े बदलाव किए गए हैं कि आम बजट को लेकर बहुत सी आशंकायें जताई जा रही थी.
इस बार का बजट ऐतिहासिक बजट था क्योंकि इस बार से रेल बजट का आम बजट में विलय कर दिया गया है. इस बजट को वित्त मंत्री ने 10 बिंदुओं पर केंद्रित किया था-
1. किसानों का विकास
2. ग्रामीण इलाकों में रोजगार के अवसर बढ़ाना और बुनियादी ढांचे बनाना
3. युवाओं के लिए अच्छी शिक्षा, कौशल विकास और रोजगार के अधिक से अधिक अवसर
4. गरीब और बुनियादी सुविधाओं से वंचित लोगों के लिए स्वास्थय सुविधायें, सामाजिक सुरक्षा और आवास सुनिश्चित करना
5. आधारभूत संरचना
6. वित्तीय संस्थाओं का विकास और स्थिरता
7. डिजिटल अर्थव्यवस्था
8. आम आदमी के सहयोग से योजनाओं और पोलिसीयों का प्रभावकारी संचालन
10. ईमानदारी से टैक्स भरने वालों का सम्मान
पढ़िए आम बजट में क्या था खास-
1. किसानों को नई सौगातें
- वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण की शुरुआत किसानों के साथ की. उन्होंने कहा कि नोट बंदी से होने वाले लाभों को किसानों तक पहुंचाया जाएगा. इस बार के बजट में किसानों को 10 लाख दिया जाएगा. जम्मू कश्मीर और पूर्वोत्तर राज्यों पर ज्यादा फोकस किया गया है.
- अगले 5 वर्षों में किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी.