केरल के कोचीन के एक हायर सैकंडरी स्कूल में घटित घटना को पढ़ कर आप भी हैरान हो जाएंगे. घटना कुछ यों है : कक्षा में 2 छात्र स्कूल समय से देरी से पहुंचते हैं और बेहद थके हुए दिखाई देते हैं. इस बात की खबर दूसरे छात्र तुरंत अध्यापकों को देते हैं. अध्यापक छात्रों को स्टाफ रूम में बुलाते हैं और छात्रों से विस्तृत पूछताछ करते हैं. बच्चों से पूछताछ करने पर जो सचाई सामने आती है वह हैरान कर देने वाली है. दरअसल, उन दोनों छात्रों ने नशीले पदार्थों का सेवन किया हुआ था. केरल में स्कूली छात्रों के बीच नशीले पदार्थों का सेवन तेजी से जोर पकड़ रहा है. स्कूल से क्लास मिस कर के बाहर घूमने वाले छात्रों पर जब पुलिस ने निगरानी रखी तो कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए.

राज्य की ही एक अन्य घटना में पता चला कि ड्रग्स माफिया ने स्कूल जाते बच्चे को पहले पत्थर मार कर गिरा दिया और फिर नशीले पदार्थ इंजैक्ट करने की कोशिश की. स्कूली बच्चों में नशीले पदार्थों का सेवन तेजी से बढ़ रहा है. केरल के अनेक जिलों के कई बच्चे पुलिस को कुछ ऐसी ही घटनाओं में लिप्त मिले. इन में अधिकांश बच्चे शराब व नशीले पदार्थों की लत के शिकार थे. पुलिस ने बच्चों के अलावा ऐसे समूहों को भी पकड़ा जो स्कूली बच्चों को निशाना बना कर यह धंधा करते हैं.

नशीले पदार्थों की लत

पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि एक बार मित्रों के आग्रह पर नशीले पदार्थों का सेवन करने वाले बच्चे इस की लत का शिकार हो जाते हैं और बारबार नशीले पदार्थों के प्रयोग के लिए मजबूर हो जाते हैं. पुलिस ने हाल ही में क्लास मिस कर के इधरउधर घूमते, नशे का सेवन करते अनेक छात्रों को धरपकड़ा था. अकेले कोट्टयम शहर से ऐसे 178 छात्र पकड़े गए हैं. कोट्टयम वैस्ट के सर्कल इंस्पैक्टर ए जे थौमस बच्चों में बढ़ रहे नशीले पदार्थों के व्यापक प्रयोग के बारे में कहते हैं, ‘‘घर से स्कूल जाने के लिए स्कूल यूनिफौर्म पहन कर ये बच्चे स्कूल जाने का ढोंग रचते हैं. वे स्कूल न पहुंच कर कपड़े बदल कर पार्क, मौल, रैस्टोरैंट में समय गुजारते हैं और नशीले पदार्थों का इस्तेमाल करने के बाद सिनेमा देखने में भी समय बिताते हैं. जब कोट्टयम पुलिस ने कोट्टयम वैस्ट से ऐसे 112 बच्चों को और कोट्टयम ईस्ट से 64 बच्चों को ढूंढ़ा और उन से पूछताछ की तो पता चला कि ये बच्चे स्कूल से भाग कर मौजमस्ती कर रहे थे. पुलिस ने घटना की सूचना बच्चों के परिवार वालों को दी और उन से बच्चों के बारे में बात की.’’

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