जून महीने में भारत में तेज गरमी पड़ती है और इस गरमी से आप नजात पाना चाहते हैं तो न्यूजीलैंड चले जाइए. वहां रोटोरुआ शहर एक ऐसा शहर है जहां हरियाली, स्वच्छता और शांति का वातावरण है. वहां दिन का सामान्य तापमान 8 से 10 डिगरी के आसपास होता है और रात्रि का तापमान शून्य या उस से भी नीचे चला जाता है. वहां की दुकानें शाम 5 बजे ही बंद हो जाती हैं क्योंकि जून के महीने में वहां तेज सर्दी पड़ती है. आप भी जून के महीने में वहां जाएं तो ओवरकोट, स्वेटर व हैट ले जाना हरगिज न भूलें. वहां पर अनेक भारतीय रैस्टोरैंट हैं जो अकसर भारतीय परिवारों द्वारा चलाए जाते हैं. ये रैस्टोरैंट शाम को 3 से 4 बजे के बीच खुलते हैं और रात्रि 8 बजे बंद हो जाते हैं. वहां लंच की कोई व्यवस्था नहीं है. यदि ग्रुप में लंच या बे्रकफास्ट का और्डर हो तभी वे सुबह या दोपहर को खुलते हैं.

रैस्टोरैंट को चलाने वाले परिवारों के बच्चे सुबह से दोपहर तक अपने स्कूल या कालेज जाते हैं, फिर दोपहर बाद अपने रैस्टोरैंट में भोजन बनाने, परोसने आदि की ड्यूटी करते हैं. धनी परिवार भी स्वयं अपने रैस्टोरैंट इसी प्रकार चलाते हैं. पूरा परिवार वहां हर प्रकार का इंतजाम करता है.
 
जैट बोट राइड
रोटोरुआ में ही एक बहुत बड़ी झील है जहां पर्यटकों के लिए अनेक आकर्षण हैं. जेट बोट राइड भी इन में से एक है. वास्तव में यह अत्यंत मजेदार और रोमांचक राइड होती है जिस में कमजोर दिल वाले आनंद नहीं ले सकते.
15 से 20 पर्यटकों को बिठाने की इस में जगह रहती है. पर्यटक विशेष रूप से बने कपड़ों को पहन कर शरीर को पूरी तरह ढक कर इस बोट का आनंद लेते हैं. विशेषकर, जब यहां सर्दी का मौसम हो तो कोई भी अंग खुला रह जाने पर बर्फ जैसा जमा हुआ प्रतीत होता है. ऐसे में जैट बोटिंग का मजा और भी अधिक रोमांचक बन जाता है क्योंकि सर्दी के मारे हाथपैर जमने को होते हैं. जैट बोटिंग के लिए पूरे शरीर पर प्लास्टिक जैसे मोटे वस्त्र पहने जाते हैं. हाथपैर, सिर सबकुछ भली प्रकार ढक लिया जाता है. यह पूरी ड्रैस वहीं दी जाती है.
पानी पर चलती हुई तेज जैट बोट पर्यटकों को खुशी भी देती है और रोमांच भी. जब अचानक जैट बोट का पायलट 100 किलोमीटर की गति पर दौड़ातेदौड़ाते बोट को यू टर्न देता है तो पूरी नाव इतनी गति से पलटती है कि पानी की बौछार के साथ पर्यटक रोमांचित हो उठते हैं. लगभग 30 मिनट की यह राइड मजेदार भी है और यादगार भी.
 
उड़ान भरते जहाज
यदि आप न्यूजीलैंड की सैर पर जाएं तो मजेदार फ्लोटप्लेन की सैर का आनंद जरूर लें. न्यूजीलैंड के रोटोरुआ नामक शहर में फ्लोटप्लेन विशेष रूप से टूरिस्टों के लिए आकर्षण. जिस प्रकार हवाई जहाज सीमेंट के बने पक्के रनवे पर तेज दौड़ लगाने के बाद हवा में उड़ान भरते हैं उसी प्रकार फ्लोटप्लेन पानी पर पानी के जहाज की भांति पहले धीमी गति से तैरते हुए फिर गति को बढ़ाते हुए सरपट दौड़ लगाने लगते हैं और कुछ ही मिनटों में पानी में दौड़ लगाने के बाद ये फ्लोटप्लेन हवा में उड़ जाते हैं.
ये फ्लोटप्लेन टूरिस्टों के लिए बहुत बड़ा आकर्षण हैं. हवा में उड़ने के बाद ये पर्यटकों को शहर का हवाई नजारा दिखाते हैं. ये काफी महंगे होते हैं. इन की 8 मिनट की राइड 60 से 80 न्यूजीलैंड डौलर की होती है. इस राइड में छोटे फ्लोटप्लेन में 4 लोग बैठते हैं. पायलट सभी पर्यटकों को हेड फोन दे देता है ताकि वह जिस भी जगह के बारे में बताए, पर्यटक आसानी से सुन सकें वरना इस प्लेन में शोर के कारण आपसी बातचीत संभव नहीं हो पाती. दूसरी राइड 15 मिनट की होती है जिस का प्लेन बड़ा होता है और जिस में 8 लोग बैठ सकते हैं. इस में पानी के ऊपर काफी देर सैर कराने के पश्चात फ्लोटप्लेन हवा में उड़ जाता है और शहर में अधिक दूर तक सैर करता है. यह प्लेन कई बार हवा में ही कम ऊंचाई तक नीचे आ कर भी शहर के दर्शन कराता है. इस राइड की कीमत है 125 न्यूजीलैंड डौलर. इस मजेदार और रोमांचक राइड को आप भूल नहीं पाएंगे.
 
अनोखा डस्टबिन
वहां का डस्टबिन यानी कूड़ेदान भी कम आकर्षक नहीं. यह देखने में बहुत सुंदर है. पर उस में एक न दिखने वाली आंख लगी रहती है. उस में कूड़ा, कागज डालने के लिए ज्यों ही आप हाथ बढ़ाएंगे, वह स्वयं खुल जाएगा और जैसे ही आप हाथ पीछे करेंगे, वह स्वयं ही बंद हो जाएगा. यानी यह एक ऐसा साफसुथरा मजेदार डस्टबिन है जिस में हाथ लगाए बिना आप दूर से कूड़ा फेंक सकते हैं.
कब जाएं : मई से जून तक का समय ही न्यूजीलैंड घूमने के लिए उपयुक्त समझा जाता है. क्योंकि उस वक्त वहां लगभग 8 से 10 डिगरी सैल्सियस तापमान रहता है. कुछ शहरों में तापमान 0 से 3 डिगरी के बीच रहता है. यदि आप सर्दियों में यानी दिसंबर या जनवरी के दिनों में वहां घूमने का कार्यक्रम बनाते हैं तो वहां के अनुसार तो गरमी होगी और तापमान 20 से 30 डिगरी के बीच होगा. परंतु भारतीय मनोस्थिति के अनुसार वह बहुत सुहावना मौसम होगा.
कैसे पहुंचें : भारत के सभी प्रमुख शहरों से न्यूजीलैंड के लिए वायुसेवा उपलब्ध है, जिन से न्यूजीलैंड के नजदीकी हवाई अड्डे औकलैंड एअरपोर्ट या क्राइस्टचर्च एअरपोर्ट पहुंचा जा सकता है.
करैंसी : न्यूजीलैंड की करैंसी को डौलर कहते हैं परंतु यह विश्वव्यापी डौलर नहीं, न्यूजीलैंड डौलर है, जिस की कीमत भारतीय रुपए के अनुसार लगभग 40 रुपए है. यह कीमत घटतीबढ़ती रहती है.      

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