मेरा बेटा लिथुआनिया के कौनस शहर में हृदय चिकित्सा के क्षेत्र में उच्चशिक्षा प्राप्त करने के लिए कई वर्षों से रह रहा है. इस बार हम ने उस के पास जा कर घूमने का प्रोग्राम बनाया. लिथुआनिया की राजधानी विल्नुस जाने के लिए भारत से सीधे फ्लाइट उपलब्ध नहीं है. वहां जाने के लिए मास्को, प्राग, टर्की, फिनलैंड आदि कई देशों से कनैक्टेड स्थानीय फ्लाइट से जाया जा सकता है.

दरअसल, लिथुआनिया यूरोपियन यूनियन में आता है, इसलिए यहां के लिए शेंगने वीजा मिलता है. शेंगने वीजा से पर्यटकों को यूरोप के किसी भी देश में जाने के लिए अलग से वीजा लेने की जरूरत नहीं पड़ती. यूरोप के किसी भी देश से होते हुए आने पर यदि पर्यटकों के पास कनैक्टेड स्थानीय फ्लाइट पकड़ने के लिए समय का काफी अंतराल  है तो, वे एयरपोर्ट से बाहर निकल कर उस देश में घूमने का भी लुत्फ उठा सकते हैं.

यह देश उत्तरी गोलार्ध में आता है, इसलिए यहां सितंबर से मार्च तक का मौसम बेहद सर्द होता है. भरपूर सर्दी में यहां का तापमान माइनस 20 डिगरी से 25 डिगरी तक चला जाता है. इसलिए यहां घूमने के लिए अप्रैल से अगस्त तक का मौसम सब से अच्छा रहता है. फिर भी बीचबीच में मौसम अपने तेवर दिखाने से बाज नहीं आता, सो, कभी भी गरम कपड़ों की जरूरत पड़ जाती है.

हम दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे से मध्यरात्रि डेढ़ बजे की फ्लाइट से मास्को होते हुए स्थानीय समयानुसार अपने गंतव्य पर सुबह 10 बजे पहुंचे. मेरा बेटा एयरपोर्ट के बाहर हमारी प्रतीक्षा कर रहा था. बेटे ने हमें बताया कि उस ने विल्नुस में 2 दिन रुक कर हमारे घूमने का इंतजाम कर रखा है.

आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें

डिजिटल

(1 साल)
USD10
 
सब्सक्राइब करें

डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

(1 साल)
USD79
 
सब्सक्राइब करें
और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...