पहले फीचर फोन्स का चलन था जिनकी बैटरी एक बार चार्ज करने पर तीन दिन तक चल जाती थी. वहीं, आज के समय में स्मार्टफोन्स की बैटरी एक दिन भी ठीक से नहीं चल पाती. आज आपको हर किसी के पास स्मार्टफोन मिल जाएगा, लेकिन उसकी बैटरी की समस्या एक बड़ी समस्या बन गई है. अब हर जगह चार्जर ले जाना संभव नहीं हो पाता. ऐसे में यूजर्स ने पावर बैंक का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है. पावर बैंक खरीदते समय यूजर्स सबसे ज्यादा ध्यान उसकी बैटरी क्षमता पर देते हैं. लेकिन इसके अलावा भी कई बातें हैं जिनपर ध्यान देना बेहद जरूरी है, तो चलिए जानते हैं कि पावरबैंक खरीदते समय और किन किन बातों का ध्यान रखने की आवश्यकता है.

स्मार्टफोन की जरुरत पर दें ध्यान

कई जगहों पर फोन या किसी अन्य डिवाइस को चार्ज करने की सुविधा नहीं होती है ऐसे में आपको पावर बैंक की आवश्यकता होती है, पर उसका ज्यादातर इस्तेमाल तभी किया जाता है जब आप कहीं घूमने जा रहे हों. ऐसे में पावर बैंक का टुवान करते समय ध्यान रखें कि अगर आपके पास एक डिवाइस है तो कम क्षमता वाला पावरबैंक लें और अगर आपके पास एक से ज्यादा डिवाइस हैं तो ज्यादा क्षमता वाला पावरबैंक खरीदें.

आउटपुट वोल्टेज

ध्यान रहे कि आपके पावरबैंक का आउटपुट वोल्टेज हमेशा आपके फोन चार्जर के आउटपुट वोल्टेज के बराबर होना चाहिए. अगर ऐसा नहीं होता है तो आपका फोन चार्ज नहीं हो पाएगा. वहीं, आप अपने चार्जर से पावरबैंक को भी चार्ज नहीं कर पाएंगे.

बैटरी क्षमता

जब भी आप पावरबैंक लेने जाएं तो उसकी बैटरी क्षमता पर विशेष ध्यान दें. देख लें कि जो पावरबैंक आप खरीदने जा रहे हैं उसमें कितने mAh की बैटरी है. mAh का मतलब एम्पियर आवर होता है. टेक एक्सपर्ट की मानें तो यूजर्स को हमेशा अपने स्मार्टफोन की बैटरी क्षमता से 2.5 गुना ज्यादा क्षमता वाला पावरबैंक खरीदना चाहिए. इससे बेहतर आउटपुट बेहतर मिलता है.

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