नया साल आने से पहले ही किशोरों के बीच अपने यारदोस्तों को अनोखे ढंग से नववर्ष की शुभकामनाएं देने की होड़ लग जाती है. बदलते समय और तकनीक के विकास के साथ दुनिया को मुट्ठी में करने को आतुर यह पीढ़ी शुभकामनाएं देने के लिए अब परंपरागत तरीकों यानी ग्रीटिंग कार्ड्स के बजाय फेसबुक व व्हाट्सऐप का सहारा लेने लगी है. फोटोज, वीडियोज व आडियो के औप्शंस से लबरेज ये दोनों ऐप्स किशोरों के बीच खासे पौपुलर हैं. दोस्तों के बीच अपनी फीलिंग्स को ऐक्सप्रैस करने के लिए किशोर इन का प्रयोग कर रहे हैं. लेकिन अगर तुलनात्मक अध्ययन किया जाए तो फेसबुक पर व्हाट्सऐप की यारी भारी है. आइए, जानते हैं दोस्तीयारी व बैस्ट विशेज के मामले में कैसे व्हाट्सऐप ने फेसबुक को पीछे छोड़ दिया है.

प्राइवेसी

आप अपने बैस्ट फ्रैंड को स्पैशल बैस्ट विशेज देना चाहते हैं और आप ने यह विशेज फेसबुक पर दीं तो उसे सब देखेंगे. आप के जानने वाले सभी दोस्त और जानकार आप की अपने दोस्त के प्रति स्पैशल फीलिंग्स को जान जाएंगे जबकि अगर आप वही विशेज व्हाट्सऐप मैसेंजर पर अपने दोस्त की पर्सनल आईडी पर देंगे तो वे शुभकामनाएं केवल उस तक ही पहुंचेंगी जिसे आप यह विशेज देना चाहते हैं. कोई आप के दोस्त के प्रति आप की फीलिंग्स को जान नहीं पाएगा, जबकि फेसबुक में जो कुछ भी शेयर करते हैं वह सार्वजनिक हो जाता है बशर्ते आप प्राइवेसी सैटिंग्स में जा कर ओनली मी का औप्शन न चुनें. फेसबुक पर किसी की भी जासूसी का पूरा औप्शन होता है. लोग यहां एकदूसरे की पर्सनल आईडी पर जा कर किस ने क्या पोस्ट किया, किसी ने किसी की पोस्ट पर क्या कमैंट किया, इन सब की ताकाझांकी करते रहते हैं. इस तरह किसी खास को भेजा गया मैसेज जहां फेसबुक पर सार्वजनिक हो जाएगा वहीं व्हाट्सऐप पर वह पर्सनल रहेगा और प्राइवेसी कायम रहेगी. फेसबुक पर यूजर को सिक्योरिटी, सैटिंग्स, प्राइवेसी पौलिसी का ध्यान रखना पड़ता है जो व्हाट्सऐप पर नहीं करना पड़ता बशर्ते आप ग्रुप में कोई मैसेज न कर रहे हों.इस के अलावा व्हाट्सऐप पर एक अन्य सुविधा भी उपलब्ध है कि आप अपनी प्रोफाइल पिक्चर, स्टेटस और लास्ट सीन भी हाइड कर सकते हैं.

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