भारत में या विश्व के कई देशों में भूकंप, बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं के साथसाथ कई मानवीय भूलों के कारण दुर्घटनाएं होती रहती हैं. कहीं बिल्डिंग ढह गई तो कहीं फ्लाईओवर गिर पड़ा. इन आपदाओं में सब से ज्यादा मौतें उस हादसे के शिकार हुए लोगों को तुरंत सहायता न मिलने के कारण होती हैं. रेस्क्यू टीम कई घंटों की मेहनत के बाद कुछ लोगों को ही बचा पाती है. ऐसी घटनाओं को देखते हुए ही जापानी वैज्ञानिकों ने ह्यूमेनोयड रोबोट बनाया है जो किसी भी संकट की घड़ी में काम करने के लिए मुस्तैद है. इन रोबोट्स को खासतौर से आपदा प्रबंधन के लिए तैयार किया गया है. ये मलबे के नीचे फंसे लोगों को अपने हाथों की सहायता से, बिना किसी को नुकसान पहुंचाते हुए, आसानी से निकाल लेते हैं. इन ह्यूमेनोयड रोबोट्स में ऐसे सैंसर फिट हैं जो किसी जीवित व्यक्ति को आसानी से पहचान लेते हैं.