क्रिकेट की दुनिया में टीम इंडिया की दीवार कहे जाने वाले राहुल द्रविड़ का कद उनके कारनामों के कारण हमेशा से ही अव्वल रहा है. उन्होंने अपने खेल और बर्ताव से क्रिकेट और अपना सिर हमेशा ऊंचा रखा. यही कारण है क्रिकेट वर्ल्ड में उनकी नम्रता और उनके खेल की मिसाल अब भी दी जाती है. इस समय उनकी कोचिंग में अंडर-19 टीम इंडिया न्यूजीलैंड में वर्ल्डकप खेल रही है. टीम अपने शानदार खेल से फाइनल तक का सफर तय कर चुकी है. यहां राहुल द्रविड़ के स्टूडेंट्स अपने खेल और अपनी खेल भावना से पूरे वर्ल्ड में चर्चा में बने हुए हैं.

भारत ने 30 जनवरी को हेगले ओवल मैदान पर खेले गए सेमीफाइनल मैच में पाकिस्तान को 203 रनों से मात देते हुए आईसीसी अंडर-19 विश्व कप के फाइनल में जगह बनाई. जहां एक ओर टीम इंडिया ने मैच जीता वहीं दूसरी ओर कप्तान पृथ्वी शौ ने दर्शकों का दिल जीत लिया. मैच के दौरान एक गेंद पर पाकिस्तानी बल्लेबाज के खिलाफ जमकर अपील हुई लेकिन पृथ्वी शौ ने उन्हें आउट होने से बचा लिया.

ये वाकया पाकिस्तानी पारी के 20.2 ओवर मे घटा. उस वक्त विपक्षी टीम 7 विकेट खोकर 45 रन ही बना सकी थी. इसी दौरान रेयान की गेंद शमीम के बल्ले को छूती हुई विकेटकीपर के पीछे खड़े पृथ्वी शौ के हाथों में चली गई. भारतीय खिलाड़ी विकेट मिलने का जश्न मनाने लगे लेकिन इसी बीच कप्तान पृथ्वी शौ ने खेल भावना का परिचय देते हुए इशारा किया कि उन्हें संदेह है कि कैच साफ तौर पर लपका गया. मामला थर्ड अंपायर के पास भेजा गया. रिव्यू देखने पर पता लगा कि गेंद पृथ्वी शौ के हाथों में जाने से पहले जमीन टच कर चुकी थी और बल्लेबाज सेफ रहा.

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