भारत के नामचीन मुक्केबाज मनोज कुमार ने जब दिल्ली प्रैस को अपना पहला इंटरव्यू दिया था तब वे सरकार से 'अर्जुन अवार्ड' पाने के सिलसिले में अदालत का रुख कर चुके थे. बाद में वे इस लड़ाई में जीते भी थे और तब जजों ने इस बात पर अफसोस जताया था कि किसी खिलाड़ी को सरकारी सम्मान पाने के लिए इस तरह से अदालत की शरण लेनी पड़ी.

तब ओलंपियन मुक्केबाज मनोज कुमार ने कहा था कि अपने हक को पाने के लिए वे किसी भी हद तक जा सकते हैं. फिलहाल मनोज कुमार अपने खेल की वजह से सुर्खियों में नहीं हैं बल्कि अब वे मुक्केबाजी के घेरे से निकल कर शादी के बंधन में बंधने वाले हैं.

11 अक्टूबर, 2108 को वे हरियाणा के जिले कुरुक्षेत्र के एक गांव मथाना की नेहा के साथ परिणय सूत्र में बंधेंगे. नेहा के घर और मनोज के आवास पर इस शादी की तैयारियां जोरों से चल रही हैं.

मनोज कुमार के साथ वैवाहिक बंधन में बंधने वाली नेहा एक साधारण परिवार की लड़की हैं. उन्हें छोटे बच्चों को पढ़ाने में दिलचस्पी है और यही वजह है कि उन्होंने जेबीटी की पढ़ाई की है. इस के अलावा वे पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री भी हासिल कर चुकी हैं.

मनोज कुमार से जब उन की भावी जीवनसाथी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि शादी के लिए उन्हें सुशील, सादगी से भरी व गुणवान लड़की चाहिए थी, इसलिए उन के परिवार ने नेहा को चुना. नेहा की सब से बड़ी खासीयत यह है कि वे हमेशा गरीब बच्चों को शिक्षित करने के लिए तत्पर रहती हैं.

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