दो करोड़ युवाओं को हर वर्ष रोज़गार देने का वादा कर देश की सर्वोत्तम राजनीतिक कुर्सी पर विराजे नरेंद्र मोदी ने ऐसी नीतियां बनाईं कि जिन से देशवासियों की नौकरियां छिनीं, व्यापारियों के कारोबार ठप हुए और कम इनकम के चलते कम्पनियां अपने कर्मचारियों को कम करने पर मजबूर हुईं. मोदी सरकार का कार्यकाल पूरा होने वाला है, वादे के अनुसार, उसे 5 वर्ष के अपने कार्यकाल में 10 करोड़ बेरोजगारों को रोज़गार देना है, जो अब नामुमकिन हो चुका है.

फिलहाल देश के सूचना प्रौद्योगिकी यानी इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी (आईटी) प्रोफेशनल्स के लिए अच्छी खबर है लेकिन डायमंड उद्योग से जुड़े लोगों के लिए बुरी सूचना है.  आईटी प्रोफेशनल्स के लिए जो अच्छी खबर है वह कंपनियों की दरियादिली है जबकि डायमंड उद्योग से जुड़े लोगों के लिए जो बुरी सूचना है वह मोदी सरकार की दोषपूर्ण नीति के चलते है.

कई महीनों की सुस्ती के बाद आईटी सेक्टर में नियुक्तियां रफ़्तार पकड़ने वाली हैं. एक सर्वे के मुताबिक़, नवम्बर से शुरू होने वाली नियुक्तियों के मार्च 2019 तक जारी रहने की उम्मीद है.  सर्वे में देशभर के 550 आईटी नियोक्ता (एम्प्लोयेर्स) शामिल थे.

वर्तमान में नान-आईटी कम्पनियां डिजिटल होने के लिए अपने यहां टीम बना रही हैं.  उन की तरफ से तकनीकी प्रोफेशनल्स की ज्यादा मांग रहेगी. सभी सेक्टर्स की नौन-आईटी कम्पनियां डिजिटल होने की तैयारी कर रही हैं.

आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (एआई), ब्लाकचेन और साइबर सिक्यूरिटी जैसी नई तकनीकें परम्परागत स्किल की जगह ले रही हैं.  सर्वे का कहना है कि एआई का तकनीकी के तकरीबन सभी रूपों में थोडाबहुत इस्तेमाल होने वाला है. यह (एआई) अब सभी नए प्लेटफार्मों, डिवाईसेस या एप्स में ज्यादा देखने को मिलेगी.

आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें

डिजिटल

(1 साल)
USD10
 
सब्सक्राइब करें

डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

(1 साल)
USD79
 
सब्सक्राइब करें
और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...