बड़े बुजुर्गों से चांद की कहानियां सुनकर बड़े होने वाले अमूमन लोग बचपन में चांद पर घूमकर आने के सपने देखते हैं और बड़े होकर इसे असंभव मानकर भूल जाते हैं. लेकिन जापान के उद्योगपति युसाकू माइजावा (42) का बचपन का सपना सच होगा. असल में चांद पर पहले व्यवासयिक यात्री के रूप में उन्हें चुना गया है. मशहूर टेक कंपनी इलोन मस्क 2023 में अपने यान 'बिग फॉल्कन रॉकेट' से उन्हें चंद्रमा पर ले जाएगी.

बिग फॉल्कन रॉकेट की प्रणाली को चांद और मंगल पर बस्तियां बसाने के लिए काम में लाने योग्य माना जा रहा है. हालांकि यह पहला मौका नहीं है जब रॉकेट तैयार कर रही कंपनी मस्क ने पर्यटकों को चंद्रमा की सैर कराने का वादा किया है. गौरतलब है कि अब तक अमेरिकी ही पृथ्वी की कक्षा से बाहर गए हैं.

1969 में चांद पर कदम रखने वाले नील आर्मस्ट्रांग पहले मानव थे. वह नासा के अपोलो मिशन के तहत अपने दल के साथ चंद्रमा पर गए थे. युसाकू माइजावा की यात्रा के खर्च के बारे में अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है पर उनका कहना है कि साथी कलाकारों के लिए यह यात्रा मुफ्त होगी.

387 फुट लंबा यान कराएगा सात दिन की यात्रा

बीते सोमवार को टेक कंपनी इलोन मस्क ने माइजावा को बिग फॉल्कन रॉकेट का पहला यात्री चुने जाने की घोषणा की. माइजावा ने अपने इस बचपन के सपने को 'डियर मून' नाम दिया है. 387 फुट लंबा यह यान फिलहाल स्पेसएक्स कंपनी के पास निर्माणाधीन है. यह अमेरिका की एरोस्पेस विनिर्माता एवं अंतरिक्ष परिवहन सेवा कंपनी है, जिसके संस्थापक ने ही टेस्ला भी स्थापित की है.

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