अब से करीब 4 साल पहले बौलीवुड की एक फिल्म रिलीज हुई थी ‘स्पैशल 26’. नीरज पांडे द्वारा निर्देशित इस फिल्म की स्टोरी समाज में घट रही घटनाओं को छूती हुई थी. अभिनेता अक्षय कुमार (अजय सिंह), अनुपम खेर (पी.के. शर्मा), किशोर कदम (इकबाल), राजेश शर्मा (जोगिंदर) आदि का एक गैंग था. यह गैंग फरजी सीबीआई अधिकारी बन कर लोगों के यहां रेड डालता था और वहां से माल ले कर फुर्र हो जाता था. इस गैंग ने असली पुलिस की नींद हराम कर रखी थी.

स्पैशल 26 की तरह दिल्ली में भी नकली पुलिस वालों ने एक के बाद एक वारदातें कर के दिल्ली पुलिस की नाक में दम कर दिया था. दिल्ली में यह नकली पुलिस वाले कहीं रेड वगैरह तो नहीं डालते थे, पर सड़क चलते लोगों को ये इतनी आसानी से ठग लेते थे कि उन्हें ठगी का अहसास घर पहुंचने के बाद होता था. पिछले एक साल में फरजी पुलिस वालों का यह गैंग करीब 70-80 वारदातों को अंजाम दे चुका था. सभी वारदातों में ठगी का तरीका एक जैसा था.

5 मार्च, 2017 की बात है. शक्ति नागपाल विवेक विहार स्थित अपने घर से निकली और मेनरोड से रिक्शा पकड़ कर मैट्रो स्टेशन जा रही थी. वह अभी कुछ दूर ही गई थी कि उस के पास एक मोटरसाइकिल आ कर रुकी. उस पर 2 युवक सवार थे. उन की कदकाठी ठीकठाक थी. उन्होंने रिक्शा रुकवाते हुए शक्ति नागपाल से कहा, ‘‘हम दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच से हैं, आप को पता नहीं है कि कल यहां एक औरत की ज्वैलरी लूट ली गई थी. आप इस तरह ज्वैलरी पहन कर जाती हैं. और अगर आप के साथ कोई घटना हो जाती है तो परेशान पुलिस होगी.’’

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