टेलीविजन पर इन दिनों एक धारावाहिक आ रहा है ‘बेहद’ .‘यह धारावाहिक लव ट्राएंगल पर आधारित है. इस धारावाहिक में जेनिफर का किरदार फिल्म ‘गुप्त’ की सनकी लवर ईशा दीवान (काजोल) की याद दिलाता है. जिस में वह अपना प्यार पाने के चक्कर में मर्डर तक कर देती है. ‘बेहद’ धारावाहिक की प्रोमो की लाइन है “हद से ज्यादा कुछ भी अच्छा नहीं होता, प्यार भी नहीं.”

प्यार जब जूनून में बदल जाता है, तो यह एक अच्छेखासे रिश्ते को खतरनाक मोड़ पर ला देता है. दरअसल, जब इश्क जुनून में बदल जाता है तो इश्क का एक अलग ही रूप दिखता है. कभी किसी के लिए इश्क दवा बन जाता है तो किसी के लिए दर्द. एक तरफा प्यार का नशा बहुत ही खतरनाक होता है इसकी गिरफ्त में आया शख्स या तो खुद को नुकसान पहुंचाता है, या फिर अपने प्यार को.

पिछले दिनों इश्क की दीवानगी या जुनूनियत की ऐसी ही एक घटना नार्थ दिल्ली में सामने आई थी जहां पर एक सनकी आशिक ने एक 21 वर्षीय युवती की बड़ी बेरहमी से बीच सड़क पर 32 बार कैंची मारकर हत्या कर दी थी. बाद में पुलिस पूछताछ में पता चला कि आरोपी शादी शुदा था और वह युवती को काफी समय से परेशान कर रहा था.

सही कहते हैं जब इश्क हद से गुजर जाए तो वो जुनून बन जाता है, और अगर इश्क एक तरफा हो तो वो जानलेवा भी हो सकता है. प्यार में पागल व्यक्ति की हालत उस नशेडी जैसी हो जाती है जिसे अगर एक दिन नशा करने को न मिले तो वह पागलों की तरह व्यवहार करता है. वह मानसिक रूप से डिस्टर्ब हो जाता है और या तो खुद को नुकसान पहुंचाता है या सामने वाले को. इसलिए शायद प्यार को नशा भी कहा जाता है. एकतरफा प्यार होने की सबसे ज्यादा गुंजाइश कालेज और स्कूल टाइम में होती है जहां इकतरफा प्यार टीचर, क्लास मेट किसी से भी हो सकता है.

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