रुचि आज काफी घबराई हुई थी क्योंकि आज कंपनी में उस का फर्स्ट डे जो था. लेकिन जैसे ही उस ने अपने बौस को देखा उस का सारा डर छूमंतर हो गया. उस ने जो छवि बौस की मन में बना रखी थी वे उस से एकदम अलग लगे. उन की पर्सनैलिटी इतनी अटै्रक्टिव थी कि वह एकदम उन्हें निहारती रह गई. बौस दिखने में बहुत सैक्सी थे और साथ ही उन का बात करने का स्टाइल भी बहुत मस्ती भरा था. रुचि अब रोज ही बौस के पास जाने का कोई न कोई बहाना ढूंढ़ने लगी थी. यहां तक कि वह अपने बौस की सैक्सी इमेज का ढोल पूरे औफिस में भी पीटने लगी थी, जिस कारण वह हंसी का पात्र बन गई थी. बौस भी अपनी सैक्सी इमेज का पूरा फायदा उठाते थे, जिस से रुचि का काम में मन नहीं लगता था. औफिस का माहौल ऐसा बन गया था कि अब जौब बदलने के अलावा उस के पास कोई दूसरा औप्शन नहीं था. यदि आप चाहते हैं कि रुचि की तरह आप का मजाक न बने तो बौस की सैक्सी इमेज को खुद पर हावी न होने दें. उन को भी इस बात का एहसास करा दें कि आप यहां नौकरी करने आई हैं, नयनमटक्का करने नहीं.

सैक्सी बौस से कैसे बचें
 

हर बात में हामी न भरें

माना कि बौस बौस होता है, लेकिन इस का यह मतलब तो नहीं कि हम उन की गलत बात में भी उन का साथ दें और उन की हां में हां मिलाएं. फिर चाहे वह काम के बारे में हो या फिर किसी अन्य सिलसिले में. अगर बौस आंखोंआंखों में इशारे कर के आप से कोई गलत बात मनवाने की कोशिश करें या फिर औफिस टाइम के बाद आएदिन चाय या कौफी पीने का औफर दें, संडे को आप को अकेले औफिस बुलाएं, जब सब चले जाएं तो लेटनाइट तक आप को रोके रखें.

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