सवाल
मेरी बेटी की उम्र 11 साल है. चंद महीनों से उस के वक्ष में उभार आने लगा है. मैं जब कभी  उसे नहलाती हूं तो वह शरीर के उस हिस्से में हाथ नहीं रखने देती. कहती है दर्द होता है. क्या यह नौर्मल है या मुझे उसे किसी डाक्टर को दिखाने की जरूरत है? क्या इतनी छोटी उम्र में स्तनों का विकास शुरू होना ठीक है?

जवाब
अधिकतर लड़कियों की देह में तरुणा बनने के परिवर्तन 8 से 13 साल की उम्र में शुरू होते हैं. जैसेजैसे देह में सैक्स हारमोन बनने की हलचल शुरू होती है वैसेवैसे नारीत्व के दैहिक गुण प्रकट होते जाते हैं. वक्ष का आकार बढ़ता है, कामेंद्रियों का विकास होता है, बगलों और नाभि के नीचे बाल उगने लगते हैं, भीतरी जननांग जैसे गर्भाशय के आकार में वृद्धि होती है और साथ ही क्रियात्मक दृष्टि से परिवर्तन भी आते हैं. लड़की रजस्वला हो जाती है.

प्रजनन अंगों में आने वाले इस सयानेपन का अपना एक क्रम होता है. ज्यादातर लड़कियों में इस परिवर्तन का पहला लक्षण स्तन विकास के रूप में दिखाई देता है.

8 से 13 साल की उम्र में शुरू हुई स्तन विकास की प्रक्रिया 5 चरणों में पूरी होती है. सब से पहले स्तनाग्र यानी निपल और उस के आसपास के गुलाबी घेरे एरिओला में खून का दौरा बढ़ता है, फिर इस घेरे का व्यास बढ़ता जाता है और स्तनकली दिखने लगती है. अगले चरण में दोनों के साइज में वृद्धि होती है.

चौथे चरण में निपल और उस के आसपास का घेरा अधिक उन्नत हो कर स्तन से ऊपर उठ जाता है और अंतिम चरण में स्तन के आकार में वृद्धि होती है, जिस से निपल के आसपास का घेरा फिर से स्तन के उठाव पर आ जाता है और सिर्फ निपल ही आगे की तरफ उठा रह जाता है.

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