राजधानी के अलीपुर में 2 नवंबर को आयोजित होने वाली आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक से पहले ही ‘आप’ नेता कुमार विश्वास ने तेवर दिखा दिए हैं. अमानतुल्लाह खान का निलंबन वापस लिए जाने से कुमार खासे नाराज हैं. कुमार ने कहा, मैं नीम की तरह कड़वी दवा हूं. सूचना मिली है कि मुझे राष्ट्रीय परिषद की बैठक में बोलने नहीं दिया जाएगा. वक्ताओं की सूची में मेरा नाम भी नहीं है, लेकिन अगर कार्यकर्ता चाहेंगे तो मैं जरूर बोलूंगा. उन्होंने कहा कि केजरीवाल से बात हुई है या नहीं, यह मैं नहीं बताऊंगा. हां यह तय है कि राष्ट्रीय परिषद की बैठक में बोलने वाले वक्ताओं में मेरा नाम नहीं है.

विश्वास ने कहा कि मेरे लिए अमानतुल्लाह खान या राज्यसभा कोई मुद्दा नहीं है. मैंने भी जब राष्ट्रीय हित में बोलना चाहा तो मुझे पार्टी में किनारे लगाने का प्रयास किया गया.

मिश्र का निशाना, अब तो खुलकर सच बोलें कुमार

अमानतुल्लाह खान का निलंबन खत्म होने पर ‘आप’ विधायक कपिल मिश्र ने कुमार विश्वास पर निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट किया कि अब अमानतुल्लाह का निलंबन खत्म, मतलब जो भी अमानत ने कुमार के बारे में कहा था, उसे अब सच माना गया. कपिल मिश्र ने कुमार बाबत कहा, मैंने बार-बार आपसे आग्रह किया था कि आप इनके भ्रष्टाचार को कितना भी छिपा लें, ये आपको साजिशों में फंसा कर ही दम लेंगे. आपको अब खुलकर सच कहना होगा. डर के आगे जीत है.

निजी हमलों से कुछ नहीं होगा : कुमार विश्वास

मेरे ऊपर निजी हमलों से कुछ नहीं होगा. ‘आप’ में बोलने वाले नेताओं को राजनीतिक तौर पर किनारे करने की परंपरा पुरानी हो चली है. इससे पहले भी जब किसी नेता ने पार्टी के हित की बात कही है तो उसे बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. मयंक गांधी और अंजलि दमानिया के साथ ऐसा ही हुआ था.

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