भय से भूत

भय से भगवान भी

तुम डरे हुए हो इतना कि

तुम ने अस्त्रोंशस्त्रों से

भरपूर कर दिया

अपने भगवान को

वो भी आठआठ

हाथ दे कर

ताकि सोलह हाथों से

तुम्हारी रक्षा कर सकें

 

तुम्हारा भय

और उस का निदान

साल में छह माह के उपवास

रक्षा करो, कामना पूर्ण करो

सहायता करो

यदि तुम्हारे भगवान

का चित्र बनाया जाए

तो वो भयपूर्ण होगा

जिसे भय है

उस के हाथों में ढेरों शस्त्र होंगे ही

 

तुम्हारे भगवान

तुम्हारे बनाए तुम्हारे निर्मित और बिठाए

भगवान न हुए

तुम्हारे सुरक्षाकर्मी हो गए

चौबीस घंटे हथियार से सज्जित

आखिर इतने भयभीत क्यों हो

किस बात का डर है

सामना करो और निर्भय बनो.

देवेंद्र कुमार मिश्रा

आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें

डिजिटल

(1 साल)
USD10
 
सब्सक्राइब करें

डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

(1 साल)
USD79
 
सब्सक्राइब करें
और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...