तुम्हारे पास डंडा है मेरे पास झंडा है

आओ गठबंधन करें और लालकिले पर फहराएं

बनाएं साझा सरकार हम भी खाएं, तुम भी खाओ

हम बुद्धिजीवी हैं कोई गुंडे नहीं

मिलजुल कर सरकार बनाएं लड़नेझगड़ने से क्या लाभ?

कोई तीसरा सत्ता हथिया ले या राष्ट्रपति शासन लग जाए

तो हमारा राजनीतिक होने का क्या अर्थ है

फिलहाल तुम डील करो, करार करो,

देश ले लो हमें प्रदेश दे दो. भागते भूत की लंगोटी भली

जब हमारी बारी आएगी तो हम देश और तुम प्रदेश

हम ने 61 सालों में जनता को

इतना विक्षिप्त कर दिया है कि जनादेश तो खंडित ही आएगा

सो हमें मिलना ही पड़ेगा आज तुम राजा

हम मंत्री कल हम राजा

तुम मंत्री जनता तो गंगू तेली

रहेगी ही.

आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें

डिजिटल

(1 साल)
USD10
 
सब्सक्राइब करें

डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

(1 साल)
USD79
 
सब्सक्राइब करें
और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...