जब से बॉलीवुड में खबर फैली है कि अनुराग कश्यप अपनी प्रोडक्शन कंपनी की एक्शन व हास्य प्रधान फिल्म ‘‘मर्द को दर्द नहीं होता’’ में भाग्यश्री के बेटे अभिमन्यु दसानी को अभिनय करने का मौका देकर अभिमन्यु के अभिनय करियर को संवारने जा रहे हैं, तब से बॉलीवुड के बिचौलिए चर्चा कर रहे हैं कि क्या अभिनेत्री भाग्यश्री ने अपने बेटे के करियर को लेकर सही कदम उठाया है?

वास्तव में इस तरह की चर्चाओं के पीछे कई वजहें हैं. पिछले कुछ समय से अनुराग कश्यप की प्रोडक्शन कंपनी ‘‘फैंटम’’ लगातार असफल फिल्में ही दे रही है. दूसरी बात अनुरगा कश्यप ने फिल्म ‘‘मर्द को दर्द नहीं होता’’ के निर्देशन की जिम्मेदारी अपने सहायक वसन बाला को सौंपी है. यह वही वसन बाला है, जिन्होंने अनुराग कश्यप के लिए 2012 में फिल्म ‘‘पैडलर’’ निर्देशित की थी. पर आज तक यह फिल्म भारतीय सिनेमाघरों में प्रदर्शित नहीं हो पायी. क्योंकि इस फिल्म को वितरक ही नहीं मिल रहे हैं.

इतना ही नहीं अनुराग कश्यप ने फिल्म ‘‘मर्द को दर्द नहीं होता’’ में अभिमन्यु दसानी के साथ हीरोईन के तौर पर किसी स्थापित अभिनेत्री की बजाय टीवी सीरियल की अदाकारा राधिका मदान को चुना है. सूत्रों का दावा है कि राधिका मदान व अभिमन्यु दसानी एक साल से ट्रेनिंग भी ले रहे हैं. लेकिन किससे, किस बात की ट्रेनिंग ले रहें हैं, पता नही.

बहरहाल, बॉलीवुड के सूत्र इसे भाग्यश्री व उनके बेटे अभिमन्यू दसानी द्वारा लिया गया एक रिस्कपूर्ण निर्णय मान रहे हैं.

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